राजस्थान के कप्तान और आस्ट्रेलियाई स्पिनर शेन वार्न टी-20 लीग मुकाबले को मौजूदा सत्र के बाद अलविदा कह देंगे.
वार्न की कप्तानी में राजस्थान ने 2008 में टी-20 का पहला सत्र जीता था. वार्न ने बतौर खिलाड़ी टीम छोड़ने का फैसला किया है लेकिन यह वादा भी किया है कि सलाहकार के तौर पर वह टीम
से जुड़े रहेंगे.
वार्न ने अपने ट्विटर पेज पर कहा कि यह टी-20 में मेरा आखिरी साल है. कृपया राजस्थान का चेन्नई और बेंगलूर के खिलाफ आखिरी दो मैच में साथ दीजिये. हमें आपके समर्थन की जरूरत है .
टेस्ट से 2007 और वनडे से 2005 में संन्यास लेने वाले वार्न ने कहा कि अगले साल भी मेंटर या कोच के रूप में आईपीएल से जुड़ा रह सकता हूं.
अपने अंतरराष्ट्रीय कैरियर में 708 टेस्ट और 293 वनडे विकेट लेने वाले वार्न ने कहा कि मैं अपने सभी साथी खिलाड़ियों को उनके सहयोग के लिये धन्यवाद दूंगा. उनके साथ से खेलने में बहुत
मजा आया. वार्न ने राजस्थान के लिये 52 मैचों में 24.66 की औसत से 56 विकेट लिये हैं.
राजस्थान फिलहाल अंकतालिका में चौथे स्थान पर है. वार्न ने कहा कि हम उसी जोश से खेल रहे हैं जिससे पहला टी-20 मुकाबला खेला था. जीत के साथ अलविदा कहने से बढकर क्या होगा.
राजस्थान टीम प्रबंधन ने कहा कि एक खिलाड़ी के तौर पर वार्न की कमी खलेगी लेकिन उन्हें सलाहकार के तौर पर टीम से जोड़े रखा जायेगा.
टीम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रघु अय्यर ने एक बयान में कहा कि शेन वार्न पिछले चार साल से राजस्थान टीम का अभिन्न हिस्सा है. वह युवा खिलाड़ियों को तैयार करने में सूत्रधार रहे हैं
और उन्होंने ही राजस्थान को मजबूत टीम बनाया है. उन्होंने कहा कि वह आने वाले समय में भी रायल्स से जुड़े रहेंगे. हम चाहते हैं कि वह टीम में बड़ी भूमिका आगे भी निभाये.