वरिष्ठ अधिवक्ता शांति भूषण ने गृह मंत्री पी चिदंबरम से सीडी संबंधी चंडीगढ़ स्थित सीएफएसएल की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग की है.
इस सीडी में कथित तौर पर उनके, सपा प्रमुख मुलायम सिंह और अमर सिंह के बीच बातचीत दर्ज की गयी है, जिसके बारे में उन्होंने कहा है कि सीडी के साथ छेड़छाड़ की गई है.
गृह मंत्री को लिखे पत्र में भूषण ने कहा कि जांच रिपोर्ट को जारी करने से किसी भी तरह से जांच प्रक्रिया प्रभावित नहीं होगी क्योंकि इस मामले में वह एकमात्र शिकायतकर्ता हैं.
लोकपाल विधेयक का मसौदा तैयार करने वाली समिति के सह अध्यक्ष शांति भूषण ने कहा कि इस मामले की जांच कर रहे दिल्ली पुलिस के जांच अधिकारी ने उन्हें सूचित किया है कि सीएफएसएल चंडीगढ़ की रिपोर्ट एवं अन्य ब्यौरे को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है क्योंकि इससे जांच कार्य प्रभावित होगा.
गौरतलब है कि लोकपाल विधेयक का मसौदा तैयार करने के लिए गठित समिति की बैठक से ऐन पहले एक सीडी वितरित की गई थी जिसमें एक न्यायाधीश को प्रभावित करने के संबंध में उनके, सपा प्रमुख मुलायम सिंह और अमर सिंह के बीच बातचीत दर्ज की गयी थी. इसके बारे में भूषण ने कहा है कि सीडी के साथ छेड़छाड़ की गई है.
सीडी का पहला विश्लेषण सेंटर फार फारेंसिक साइंस लेबोरेटरी, नयी दिल्ली ने किया और कहा कि सीडी सही है लेकिन दिल्ली पुलिस ने इस विषय पर एक अन्य संस्थान की राय प्राप्त करने का निर्णय किया.
भूषण ने कहा कि दिल्ली पुलिस के जांच अधिकारी ने उन्हें सूचित किया कि इस संबंध में सीएफएसएन रिपोर्ट को साझा नहीं किया जा सकता है क्योंकि जांच कार्य प्रभावित होगा.
उन्होंने कहा कि मुझे यह आश्चर्यजनक लगता है. सीएफएसएल दिल्ली ने सीडी को सही बताया है और वह इसमें हेरफेर का पता नहीं लगा सकी. उन्होंने दावा किया कि जिस अधिकारी को पहले सीडी दी गई थी, वह इस पद पर अपने स्थायी होने का इंतजार कर रहा था और वह अधिकारियों की नजर में अच्छी छवि बनाना चाहता है, उसने गलत रिपोर्ट दी.