केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने कहा है कि प्रत्यक्ष कर से मिलने वाला राजस्व देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 12 प्रतिशत होना चाहिए.
प्रणब मुखर्जी ने रविवार को कहा, 'प्रत्यक्ष कर का जीडीपी में अपेक्षित योगदान नहीं है, जबकि यह अधिक प्रभावी है. राजस्व में प्रत्यक्ष कर की भागीदारी बहुत कम है, लेकिन मेरी जल्द ही इसे जीडीपी का 12 प्रतिशत तक पहुंचते देखने की इच्छा है और वह भी स्थिर मूल्य पर, न कि मौजूदा मूल्य पर.'
प्रणब मुखर्जी शहर के पहले आयकर सेवा केंद्र (एएसके) के उद्घाटन के सिलसिले में यहां पहुंचे थे, जिसकी स्थापना करदाताओं की मदद के लिए गई है.
उन्होंने कहा, 'इस बजट में मैंने प्रत्यक्ष कर से 5.7 लाख करोड़ रुपये प्राप्त करने का लक्ष्य हासिल किया है.'
प्रणब मुखर्जी ने कहा, 'एएसके न केवल पारदर्शिता बढ़ाने में मदद करता है, बल्कि यह लोगों को निर्बाध सेवा भी मुहैया कराता है. लोगों को एक कार्यालय से दूसरे में जाने की आवश्यकता नहीं होगी, क्योंकि एएसके एकल विंडो केंद्र है.'
आयकर विभाग ने देशभर में ऐसे 50 केंद्र खोलने की योजना बनाई है. पश्चिम बंगाल में कोलकाता व हुगली में ऐसे केंद्र हैं, जबकि दुर्गापुर और जलपाईगुड़ी में जल्द ही ऐसे केंद्र बनाए जाएंगे.