राज्यसभा में गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे के बयान से समाजवादी पार्टी (सपा) की सदस्य जया बच्चन भड़क गईं, जब शिंदे ने असम हिंसा पर जया को यह कहकर चुप कराने की कोशिश की कि 'यह फिल्मी मुद्दा नहीं है.'
शिंदे के ऐसा कहने के बाद जया भड़क गईं. कई अन्य सांसदों ने भी जया का साथ दिया, जिसके बाद शिंदे को माफी मांगनी पड़ी और कहना पड़ा कि जया उनकी बहन की तरह हैं. उनके बयान को सदन की कार्यवाही से निकाला जाना चाहिए.
यह स्थिति उस समय पैदा हुई जब शिंदे असम हिंसा पर बहस का जवाब दे रहे थे. इसी बीच फिल्म अभिनेत्री व उत्तर प्रदेश से सपा की सांसद जया ने उन्हें टोका. इस पर शिंदे ने कहा, 'मेरी बात सुनिये, यह कोई फिल्मी मुद्दा नहीं है.'
इस पर जया नाराज हो गईं और उन्होंने कहा, 'मैं इस बयान पर कड़ी आपत्ति दर्ज करती हूं.'
विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने भी जया का साथ देते हुए इसे सदन की कार्यवाही से निकालने की बात कही.
उन्होंने कहा, 'इस सदन में विभिन्न क्षेत्रों से महारात हासिल किए हुए व्यक्ति हैं. जया जी ने अपने क्षेत्र में कई उपलब्धियां हासिल की हैं. इसे लेकर ताना नहीं मारना चाहिए.'
इस मुद्दे पर सपा तथा अन्य विपक्षी दलों के हंगामे को देखते हुए शिंदे ने अपनी स्थिति स्पष्ट करने का प्रयास किया.
उन्होंने कहा, 'मैं उनके पूरे परिवार को जानता हूं, मैं उनका बहुत सम्मान करता हूं. मैं भी मुम्बई से हूं.'
उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह से उन्हें टोका गया, वह असंसदीय था. लेकिन जया शांत नहीं हुईं, उन्होंने कहा, 'मैं इसे स्वीकार नहीं कर सकती.'
इस पर शिंदे ने कहा, 'मैं माफी मांगता हूं, वह मेरी बहन है.' उन्होंने अपने बयान को सदन की कार्यवाही से निकाले जाने पर सहमति दे दी.