दशहरा पर शिवाजी पार्क में अयोजित रैली में शोरगुल का स्तर 70-75 डेसीबल दर्ज किया गया है. इसे लेकर प्रशासन ने रैली अयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. हाईकोर्ट के आदेशानुसार रैली के दौरान शोरगुल का स्तर 50 डेसीबल होना चाहिए था.
शिवाजी पार्क में आयोजित रैली में शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे ने शिवसेना पार्टी की कमान अपने पोते आदित्य के हाथों में थमा दी. शिवाजी पार्क आयोजित रैली 45 हजार से अधिक शिव सैनिकों ने हिस्सा लिया. इस रैली में राज ठाकरे से लेकर कांग्रेस तक सबके ऊपर बरसे बाल ठाकरे.
लंबे समय के बाद बाल ठाकरे ने रैली की, तो नजारा बदला हुआ था. शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे ने पार्टी की कमान सौंप दी अपनी तीसरी पीढ़ी को. बाल ठाकरे ने उत्तराधिकारी के तौर पर अपने पोते को थमा दी तलवार और साफ कर दिया कि उद्धव ठाकरे का बेटा और उनका पोता आदित्य ठाकरे होगा शिवसेना का नया वारिस.
युवा आदित्य ठाकरे अब शिवसेना का नया चेहरा होंगे और पार्टी उन्हें शिवसेना के नए युवराज के तौर पर धीरे-धीरे स्थापित करेगी. दशहरा पर शिवाजी मैदान में हुई बाल ठाकरे ने रैली में शिवसेना पार्टी की कमान अपने पोते आदित्य के हाथों में थमा दी लेकिन परिवारवाद से परहेज जताया.
बाल ठाकरे ने कहा कि मैं ये पीढ़ी राजनीति में लेकर नहीं आया हूं. मैं उद्धव को भी नहीं लेकर आया. ये पारिवारिक व्यवसाय नहीं है और हम किसी नए को राजनीति में नहीं लाते. एक को मैं लेकर आया था और वो (राज) बाहर चला गया.