शिवानंद तिवारी ने कहा है कि वह सिद्धांतों से समझौता नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि 2002 में हुए दंगों को हम नहीं भूले हैं. अगर उस समय तत्कालीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार को बर्खास्त कर देते, तो आज भी एनडीए की सरकार होती.
जेडीयू प्रवक्ता शिवानंद तिवारी ने कहा कि मेरी पार्टी का नरेंद्र मोदी के साथ नहीं, बीजेपी के साथ समझौता है और यह समझौता सिद्दांतों पर आधारित है. तिवारी ने कहा कि एनडीए में हमलोग कुछ सिद्दांतों के साथ शामिल हुए थे और आज भी वह कायम है.
शिवानंद तिवारी ने कहा कि गुजरात में हम बीजेपी के खिलाफ लड़ाई लड़े और जीते भी हैं, इसलिए मेरा कहना है कि एनडीए का कोई भी प्रधानमंत्री उम्मीदवार की घोषणा हो, तो वह सेक्यूलर हो.
जेडीयू के बयान पर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा है कि क्या यह बात नीतीश बताएंगे कि प्रधानमंत्री को सेक्यूलर होना चाहिए? मोहन भागवत ने लगे हाथों नीतीश से यह पूछा है कि क्या पहले के प्रधानमंत्री सेक्यूलर नहीं थे? आरएसएस सदस्य राम माधव ने कहा कि संघ प्रमुख का बयान हमारे लिए मार्गदशर्क है.
बीजेपी की ओर से नीतीश मंत्रिमंडल में शामिल बिहार के मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि बीजेपी सेक्यूलर पार्टी है और इसके लिए हमें किसी से सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं है.