कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में कल एक युवा आई पी एस अधिकारी नरेन्द्र कुमार की हत्या एक हादसा नहीं बल्कि एक सोची समझी साजिश का नतीजा है.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि उनके मन में इस बात को लेकर जरा भी शंका नहीं है कि इस घटना को ऐसे ही अंजाम नहीं दिया गया है.
सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार द्वारा मामले में न्यायकि जांच के आदेश देने का कुछ खास मतलब नहीं है.
उन्होंने कहा कि अगर मध्यप्रदेश सरकार को सही में अवैध उत्खनन के बारे में चिंता है तो उन्हें इसमें जो भी पिछले 18 सालों में हुआ उसकी जांच करा लेनी चाहिए.
सिंह ने कहा कि इन 18 सालों में वे 10 वर्ष भी हैं जब वे प्रदेश के मुख्यमंत्री थे और पिछले आठ साल जिन में भाजपा का शासन रहा है.
आईपीएस अधिकारी की ट्रैक्टर ट्राली से कुचलकर की गयी हत्या की मध्य प्रदेश सरकार द्वारा न्यायिक जांच की घोषणा के बीच केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि राज्य सरकार को इस घटना की जांच सीबीआई से कराने के बारे में विचार करना चाहिये.
सिंधिया ने भाजपा नेताओं पर खनिज माफिया को संरक्षण दिये जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि प्रदेश सरकार इस घटना की तह तक जाने में कोई दिक्कत महसूस करती हो तो हम उसके आग्रह पर सीबीआई से जांच करवाने में सहयोग देने को तैयार हैं क्योंकि हमारा मानना है कि पूर्व में भोपाल में आरटीआई कार्यकर्ता शहला मसूद हत्याकांड की गुत्थी भी सीबीआई ने ही सुलझाई है.
सिंधिया ने कहा कि प्रदेश की आम जनता को भी इस बात का पक्का विश्वास होने लगा है कि खनन व भूमि संबंधी कार्यो व इससे पनप रहे अपराधों के पीछे कही न कहीं भाजपा नेताओं का हाथ है.
उन्होने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस द्वारा सरकार को लगातार खनिज माफिया के प्रति आगाह किया जाता रहा है लेकिन इसके बावजूद प्रदेश सरकार द्वारा कार्रवाई नहीं किये जाने का दुष्परिणाम जनता को अपराध के रुप में भोगना या देखना पड़ रहा है.