पाकिस्तान के कराची में भड़की हिंसा को देखते हुए प्रशासन ने देखते ही गोली मारने का आदेश दिया है. शहर में 1,000 अर्धसैनिक बलों की तैनाती की जा रही है. बीते चार दिन की हिंसा में मरने वालों की संख्या 88 हो गई है.
शहर के कुछ इलाकों में रॉकेट दागे गए. भय की वजह से हजारों लोग अपने घरों में बंद हैं. पुलिस और राहत अधिकारियों का कहना है कि चार दिनों की हिंसा में 88 लोगों के मारे जाने
के साथ ही लगभग 200 लोग घायल हुए हैं.
कराची की स्थिति पर इस्लामाबाद स्थित अमेरिकी दूतावास ने दुख जताया. अमेरिकी राजदूत कैमरन मंटर ने एक बयान में कहा कि हम सभी पक्षों से आग्रह करते हैं कि वे संयंम बरतें और मतभेदों को दूर करने के लिए शांतिपूर्ण समधान तलाशें.
इन दिनों पाकिस्तानी राष्टपति आसिफ अली जरदारी भी कराची में मौजूद हैं. इसके बावजूद यहां हिंसा नहीं थम रही. जरदारी यहां की स्थिति को लेकर लगातार बैठकें कर रहे हैं. पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक ने कहा कि 1000 अतिरिक्त अर्धसैनिक बलों की तैनाती की जाएगी. मलिक गुरुवार को यहां पहुंचे हैं.