प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल को सोमवार को दूरसंचार मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया. यह एक ऐसा घटनाक्रम है जिसके चलते कम से कम कुछ समय तक यह अहम मंत्रालय द्रमुक से दूर रहेगा.
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि सिब्बल वह प्रभार संभालेंगे जो ए. राजा के पास था. ए राजा ने 2-जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले में उन पर आरोप लगने के बाद कल दूरसंचार मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.
सिब्बल को अतिरिक्त प्रभार सौंपे जाने की व्यवस्था को अस्थायी माना जा रहा है क्योंकि संसद का सत्र चल रहा है और इस दौरान मंत्रालय से जुड़े मुद्दों को विशेषकर भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते उच्च स्तर पर देखना होगा. बहरहाल, परंपरा ऐसी रही है कि मंत्रिपरिषद में फेरबदल संसद सत्र के दौरान नहीं होता.
जाने माने वकील से नेता बने सिब्बल को पूर्व में विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया क्योंकि इन मंत्रालयों को देख रहे पृथ्वीराज चव्हाण को महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री चुन लिया गया. एक अन्य फैसले के तहत संसदीय कार्य राज्य मंत्री वी. नारायणसामी को कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है. यह विभाग भी पहले पृथ्वीराज चव्हाण के पास था.