सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कहा कि वह प्रभावी लोकपाल विधेयक के लिए 16 अगस्त से अनशन करने के अपने इरादे पर अडिग हैं.
उन्होंने रालेगन सिद्धि गांव में कहा, ‘वर्तमान सरकार और सत्तारूढ़ कांग्रेस के कुछ नेता वास्तव में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और भारतीय संविधान द्वारा कानून के दायरे में प्रत्येक व्यक्ति को प्रदत्त आंदोलन के मौलिक अधिकार को खारिज कर रहे हैं.’
हजारे ने यह भी कहा कि वह, ‘सत्तारूढ़ लोगों के षड्यंत्र’’ के बारे में भारत को जागरूक बनाने के लिए राष्ट्रव्यापी आंदोलन भी चला सकते हैं.