अभिभावकों को अपने बच्चों को पहेलियां हल करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए. हो सके तो उन्हें बच्चे को रोजाना पहेलियां बुझाने के कहना चाहिए क्योंकि एक नये अध्ययन के अनुसार पहेलियां हल करने से बच्चों का गणितीय कौशल बेहतर होता है.
शिकागो विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के एक दल ने अभिभावक और बच्चों की 53 जोड़ियों को अपने इस अध्ययन में शामिल किया. उन्होंने पता लगाया कि दो से चार साल के वह बच्चे जो पहेलियां से खेलते थे उनमें स्थानिक कौशल का बेहतर विकास हुआ और वह तर्क के माध्यम से गणितीय सवालों को आसानी से हल कर सकते थे.
इस शोध के अंतर्गत शोधकर्ताओं ने अभिभावकों से अपने बच्चों के साथ वैसे ही बातचीत करने के लिए कहा जैसा वह आमतौर पर करते थे. अध्ययन में शामिल आधे बच्चों ने कम से कम एक बार पहेलियां हल की थीं.
इसमें पाया गया कि पहेलियां सुलझाने से बच्चों में गणित, विज्ञान और तकनीकी कैशल बेहतर होता है. साथ ही यह बच्चों की समझ और ज्ञान का महत्वपूर्ण पहलू बन जाता है.
शोधकर्ताओं के दल के प्रमुख सुसान लेवाइन ने कहा कि इस अध्ययन से पता चलता है कि दो से चार साल की उम्र के वह बच्चे जो पहेलियां हल करते थे, दो साल बाद उनका निरीक्षण करने पर उनमें गणित के प्रति बेहतर समझ और कौशल पाया गया.