सोनिया गांधी के अन्ना हजारे से मिलने की संभावना नहीं है जो लोकपाल विधेयक पर कांग्रेस प्रमुख के साथ समाज के रुख को लेकर चर्चा करना चाहते थे.
सोनिया गांधी के आवास 10 जनपथ के सूत्रों ने बताया, ‘अन्ना हजारे और सोनिया गांधी के बीच आज किसी मुलाकात की संभावना नहीं है. आज इस तरह की मुलाकात के लिए कोई समय तय नहीं हुआ है.’
हजारे ने बुधवार को कहा था कि वह लोकपाल के दायरे में प्रधानमंत्री कार्यालय को शामिल करने के लिए सोनिया गांधी को विश्वास में लेने की कोशिश करेंगे. उन्होंने कहा था, ‘हम सभी दलों से मिलेंगे. हम सोनिया से मिलेंगे और उन्हें बताएंगे कि यदि प्रधानमंत्री ऐसा कह रहे हैं तो फिर क्या समस्या है.’
हजारे पक्ष ने कहा कि तीन जुलाई को लोकपाल विधेयक को लेकर होने वाली सर्वदलीय बैठक से पूर्व वे एक बार फिर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने का प्रयास करेंगे. समाज के सदस्यों ने बताया कि आज वे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाकपा महासचिव एबी वर्धन से मुलाकात करेंगे. इसके अलावा 1 जुलाई को उनका भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी से फिर से मुलाकात का कार्यक्रम है.
लोकपाल विधेयक को लेकर विभिन्न दलों से समर्थन जुटाने की अपनी मुहिम के तहत समाज के सदस्यों ने कल माकपा महासचिव प्रकाश करात जद यू नेता शरद यादव और रालोद नेता अजित सिंह से मुलाकात की थी.
हजारे ने कहा था कि, ‘पदस्थ प्रधानमंत्री एक ईमानदार व्यक्ति हैं. केंद्रीय मंत्रिमंडल भारत का है मंत्रिमंडल में बैठे लोग हमारे अपने लोग हैं. तब फैसला करने में क्या समस्या है? उन्हें देश के लिए इसे करने में सक्षम होना चाहिए.’
वह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे कि उन्हें खुद को लोकपाल के दायरे में लाए जाने पर कोई समस्या नहीं है लेकिन उनके मंत्रिमंडल के कुछ सहयोगी महसूस करते हैं कि प्रधानमंत्री पद को इसके दायरे में लाए जाने से अस्थिरता पैदा होगी.