राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बाबा रामदेव के अनशन प्रकरण में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर लगाये जा रहे आरोपों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा है कि सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिये अक्सर कई विपक्षी नेताओं द्वारा संप्रग अध्यक्ष का नाम लिया जाता है जबकि घटना से उनका दूर दून तक कोई संबंध नही होता.
गहलोत ने आज जारी बयान में कहा कि संप्रग अध्यक्ष ने हमेशा ही भ्रष्टाचार के विरोध में पहल करते हुये निर्णय लिये है और कांग्रेस पार्टी एवं कांग्रेस शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों को भी इस दिशा में काम करने के लिये प्रेरित किया है.
गहलोत ने कहा कि आंदोलन पर उतारु बाबा रामदेव का मीडिया के सामने यह बयान कि उनके खिलाफ पूरी कार्रवाई यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्देश पर हुई है तथा यदि उनकी जान को कोई खतरा होता है तो इसके लिये पूरी तरह से कांग्रेस और सेानिया गांधी जिम्मेदार होंगी, सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिये निहित स्वार्थ प्रेरित है.