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आक्रामक रुख अपनाएं कांग्रेसी सांसद: सोनिया गांधी

सीएजी की रिपोर्ट पर संसद में गतिरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. लगातार स्थगित हो रही कार्यवाही ने सरकार को चिंता में डाल दिया है. बीजेपी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इस्तीफे की मांग पर अड़ी हुई है.

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सोनिया गांधी
सोनिया गांधी

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सीएजी की रिपोर्ट पर संसद में गतिरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. लगातार स्थगित हो रही कार्यवाही ने सरकार को चिंता में डाल दिया है. बीजेपी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इस्तीफे की मांग पर अड़ी हुई है.

इस बीच सत्तापक्ष ने भी अपने तेवर कड़े कर लिए हैं और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी सांसदों से कहा कि विपक्ष का तरीका सरासर गलत है और सरकार को बचाव की कोई जरूरत नहीं है, इसलिए हमें भी आक्रामक रुख ही अपनाना चाहिए. इसके बाद माना जा रहा है कि संसद में सत्ता पक्ष के सदस्यों का सख्त रुख देखने को मिल सकता है.

वहीं दूसरी ओर संसदीय कार्य मंत्री पी. के. बंसल ने गुरुवार को कहा कि विपक्ष कोयला ब्लॉक आवंटन के मामले पर चर्चा टालने के लिए जानबूझकर रणनीति के तहत संसद की कार्यवाही बाधित कर रहा है.

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बंसल ने बताया कि हमने दो दिन बर्बाद कर दिए हैं. अगर सदन चल रही होती तो कुछ सार्थक चर्चा हुई होती. वे सोची समझी रणनीति के तहत इस मसले पर चर्चा टालने के लिए काम कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि भाजपा ने देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर सवालिया निशान लगा दिया है. बंसल ने कहा कि भाजपा को छोड़कर सभी पार्टियां सदन में चर्चा को तैयार हैं. वे सदन को चलने ही नहीं देना चाहते.

कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि उसके पास चर्चा से डरने की वजह है. खुर्शीद ने कहा कि अगर उन्होंने सवाल उठाया है तो उसका जवाब सुनने का धर्य भी उनमें होना चाहिए. वे इस मसले पर चर्चा करने से भयभीत क्यों हैं. उन्होंने इस बात से इंकार किया कि सरकार दबाव में है. उन्होंने कहा कि सरकार अपना काम कर रही है.

पिछले सप्ताह सीएजी द्वारा संसद में पेश रिपोर्ट में कहा गया है कि निजी कम्पनियों को कोयला ब्लॉक आवंटन में पारदर्शिता के अभाव के कारण सरकारी खजाने को पिछले साल 11 मार्च तक 1.86 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.

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