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स्‍पीक एशिया के सिंगापुर दफ्तर पर पहुंचा आजतक

आजतक ने ही सबसे पहले स्पीक एशिया को बेनकाब किया था. इस कड़ी में अब आजतक की तफ्तीश पहुंच गई है सिंगापुर.

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स्‍पीक एशिया
स्‍पीक एशिया

आजतक ने ही सबसे पहले स्पीक एशिया को बेनकाब किया था. इस कड़ी में अब आजतक की तफ्तीश पहुंच गई है सिंगापुर.

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सिंगापुर में स्पीक एशिया का दफ्तर अपनी कंपनी के 19 लाख सदस्यों के साथ तथाकथित सर्वे का धंधा कर रही है, उसके मुख्यालय में गिनती के ही कुछ कर्मचारी हैं. जब इस बारे में तफ्तीश आगे बढ़ाई गई, तो और भी चौंकाने वाली जानकारी मिली.

स्पीक एशिया के सिंगापुर दफ्तर में जब यह पूछा गया कि उनके अधिकारियों के नाम क्या हैं, तो उनके एकाउंटेंट ने हरिंदर कौर का नाम लिया. जब उनका फोन नंबर मांगा गया, तो दिया गया नंबर फर्जी निकला.

पता लगा है कि सिंगापुर की रहने वाली हरिंदर कौर तो इस कंपनी की सिर्फ डायरेक्टर है, जबकि पर्दे के पीछे के बड़े खिलाड़ी कोई और ही हैं. इस कंपनी की जड़ें ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड में हैं. इस कंपनी का असल नाम है पोडियम रिंग इंटरनेशनल. ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड दरअसल टैक्स के हिसाब से जन्नत माना जाता है, इसीलिए किसी भी तरह की कमाई को वहां छिपाना आसान है.

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उधर, आजतक पर खुलासे के बाद स्पीक एशिया पर कानूनी शिकंजा कसना शुरू हो गया है. बांग्लादेश के शहर चिटगांव में कंपनी के दो अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है. सुमन चौधरी नाम के एक निवेशक की शिकायत पर यह कार्रवाई हुई है.

भारत में भी स्पीक एशिया पर कार्रवाई तेज है. बुधवार को लखनऊ के बंगला बाजार के स्मृति प्लाजा में स्पीक एशिया के दो फ्रेंचाइजी दफ्तरों पर सेंट्रल एक्साइज टीम ने छापा मारा. इस बीच मुंबई कोर्ट में स्पीक एशिया के खिलाफ धोखाधड़ी की जनहित याचिका दर्जकर कंपनी के सीईओ समेत आला अफसरों को समन जारी किया गया है.

मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने भी किरीट सोमैया की शिकायत पर केस दर्ज किया है. एक शिकायत पर दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने भी केस दर्ज कर लिया है.

साफ है कि स्पीक एशिया के गोरखधंधे की परतें एक-एक कर बाहर आ रही हैं.

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