scorecardresearch
 

पानी पीजिए और बेहतर निर्णय कीजिए...

वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि पेटभर पानी पीने के बाद लोग आमतौर पर बेहतर फैसले लेते हैं.

Advertisement
X
'जल ही जीवन है'
'जल ही जीवन है'

वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि पेटभर पानी पीने के बाद लोग आमतौर पर बेहतर फैसले लेते हैं.

Advertisement

अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि पेटभर पानी पीने से मस्तिष्क की आत्म-नियंत्रण प्रक्रिया तत्काल हर क्षेत्र में संयम बरतती है और इस स्थिति में लोग न केवल बेहतर नियंत्रण कर सकते हैं, बल्कि खर्च तथा अन्य बातों के बारे में महत्वपूर्ण फैसले कर सकते हैं.

रिपोर्ट में बताया गया है कि नीदरलैंड्स की त्वेन्ते यूनिवर्सिटी के अनुसंधानकर्ताओं ने मूत्राशय के नियंत्रण का संपर्क मस्तिष्क के उन भागों से बताया है, जो इच्छाओं और उनके पूरा होने की स्थिति में होने वाली अनुभूतियों को सक्रिय करता है.

‘साइकोलॉजिकल साइंस’ जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन में यह भी कहा गया है कि पेशाब करने से संबंधित शब्दों के बारे में सोचने से भी यही प्रभाव होता है.

Advertisement
Advertisement