भारतीय तेज गेंदबाज एस श्रीसंत ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट के शुरूआती दिन अपने शानदार प्रदर्शन का श्रेय दर्शकों को दिया जो उनकी हूटिंग कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि दर्शकों द्वारा की गयी हूटिंग ने उन्हें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिखाने की प्रेरणा दी.
श्रीसंत अपना दूसरे स्पेल में गेंदबाजी कर रहे थे तब उन्होंने इयान बेल का कैच लकपने का दावा किया लेकिन गेंद टप्पा खाकर उनके हाथ में आयी थी. इससे दर्शक उनसे काफी खफा हो गये.
वह जोनाथन ट्राट और केविन पीटरसन को पवेलियन लौटा चुके थे और दर्शकों द्वारा बार बार ‘चीट-चीट (धोखा-धोखा)’ चिल्लाने के बावजूद उन्होंने मैट प्रायर का विकेट हासिल किया.
श्रीसंत (77 रन देकर तीन विकेट) ने चोटिल जहीर खान की जगह टेस्ट टीम में वापसी की है और अपने साथी प्रवीण कुमार (45 रन देकर तीन विकेट) और इशांत शर्मा (66 रन देकर तीन विकेट) के साथ मिलकर मौसम का पूरा फायदा उठाते हुए इंग्लैंड की टीम को पहली पारी में 221 रन पर समेटने में अहम भूमिका निभायी.
श्रीसंत ने कहा, ‘आप मुझे अकेला छोड़ दो तो शायद मैं सामान्य प्रदर्शन करूंगा लेकिन अगर आप मुझे कहोगे कि मैं इसे नहीं कर सकता तो मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करता हूं बल्कि सर्वश्रेष्ठ से भी बेहतर . मैं इसके लिये दर्शकों का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं.
श्रीसंत ने बतौर तेज गेंदबाज अपने प्रदर्शन में सुधार का श्रेय पिछले साल वारविकशर के साथ अपने कार्यकाल को दिया. उन्होंने कहा, ‘वारविकशर के साथ चार महीने खेलने से मुझे सचमुच काफी मदद मिली. वारविकशर के कोच एलन डोनाल्ड ने मेरी काफी सहायता की.
श्रीसंत ने कहा, ‘मैं अपनी गेंदबाजी में काफी चीजें किया करता था. मैं आउट स्विंगर फेंकता था लेकिन उन्होंने मुझे गेंद अंदर लाने की कला सिखायी. कुछ और चीजें जैसे कहां गेंदबाजी करनी चाहिए, किस तरह गेंदबाजी करनी चाहिए और बल्लेबाज का स्टांस कैसे परखना चाहिए. काउंटी क्रिकेट में उन तीन चार महीनों ने मेरी काफी मदद की.