श्रीलंका के बल्लेबाज उपुल तरंगा कथित तौर पर हाल में संपन्न विश्व कप के दौरान प्रतिबंधित पदार्थ के लिए पाजीटिव पाये गये थे और आईसीसी जल्द ही इस खिलाड़ी के खिलाफ जांच करेगा.
‘संडे टाइम्स’ की रिपोर्ट के मुताबिक बायें हाथ का यह सलामी बल्लेबाज प्रतिबंधित पदार्थ प्रेडनिसोलोन के लिए पाजीटिव पाया गया था. उन्हें एक डाक्टर ने यह दवा लेने को कहा था.
समाचार पत्र के अनुसार, ‘अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद हाल में संपन्न विश्व कप टूर्नामेंट के दौरान प्रतिबंधित पदार्थ के लिए पाजीटिव पाये जाने पर तरंगा के खिलाफ जल्द ही जांच शुरू करेगा.’ तरंगा ने कोलंबो में इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में नाबाद शतकीय पारी खेली थी. टीम बाद में मुंबई में हुए फाइनल में भारत से हारकर उपविजेता रही.
समाचार पत्र ने कहा, ‘आईसीसी जांच में तरंगा के बचाव के लिए पहले ही वकीलों को नियुक्त कर दिया गया है.’
तरंगा ने कहा था कि एक जाने माने डाक्टर ने उन्हें यह दवाई लेने की सलाह दी थी जो सचिन तेंदुलकर, गौतम गंभीर और आशीष नेहरा जैसे भारत के स्टार खिलाड़ियों का उपचार कर चुका है. प्रेडनिसोलोन का इस्तेमाल दमा जैसी बीमारियों के उपचार में किया जाता है और यह 26 वर्षीय बल्लेबाज दमे से पीड़ित रहा है.
यह बल्लेबाज घुटने की चोट के कारण पिछले कुछ दिनों से ट्रेनिंग नहीं कर रहा है और उन्हें इंग्लैंड के दौरे पर गई राष्ट्रीय टीम में भी नहीं चुना गया है.
श्रीलंका क्रिकेट के सचिव निशांत रणतुंगा ने तरंगा के डोप परीक्षण में विफल होने की किसी भी जानकारी से इंकार कर दिया.
आईसीसी के प्रवक्ता जेम्स फिट्जगेराल्ड ने भी इस मामले में कुछ स्पष्ट करने से इंकार कर दिया. उन्होंने कहा, ‘आपके सवाल का मेरे पास कोई जवाब नहीं है. इसके लिए माफ कीजिए.’