केंद्र को असमंजस में रखते हुए कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार की प्रमुख सहयोगी पार्टी द्रमुक ने मंगलवार को कहा कि वह खुदरा क्षेत्र में एफडीआई पर अपना रुख संसद में विधेयक पेश होने के बाद जाहिर करेगी.
द्रमुक प्रमुख एम करुणानिधि ने कहा, ‘विधेयक पेश होने के बाद द्रमुक के रुख का खुलासा होगा.’ वह इस प्रश्न का जवाब दे रहे थे कि 22 नवंबर को शुरू हो रहे संसद के सत्र के दौरान जब खुदरा क्षेत्र में एफडीआई संबंधी विधेयक पेश किया जाएगा तो द्रमुक का क्या रुख होगा.
द्रमुक प्रमुख की टिप्पणी इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि ठीक एक दिन पहले वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने उनसे मुलाकात की है और माना जाता है कि शीतकालीन सत्र के दौरान उन्होंने द्रमुक का समर्थन मांगा. इस सत्र के दौरान कुछ महत्वपूर्ण विधेयक पेश होने हैं.
हालांकि करुणानिधि ने कहा कि चिदंबरम ने सोमवार को दिवाली के मौके पर बधाई देने के लिए उनसे मुलाकात की. तृणमूल कांग्रेस के बाहर निकलने के बाद 18 सांसदों के साथ द्रमुक संप्रग का दूसरा सबसे बड़ा सहयोगी दल है.
द्रमुख ने इससे पहले केंद्र से खुदरा क्षेत्र में एफडीआई को मंजूरी देने के लिए फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग की थी. करुणानिधि ने कहा था यदि विपक्ष बहु-ब्रांड खुदरा क्षेत्र में एफडीआई के खिलाफ संसद में प्रस्ताव पारित करता है तो उनकी पार्टी इसका समर्थन करेगी.
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने जहां अविश्वास प्रस्ताव की धमकी दी है जबकि वाम दलों ने बहु-ब्रांड खुदरा क्षेत्र में एफडीआई के फैसले को खारिज करने के लिए संसद के दोनों सदनों में मताधिकार के तहत प्रस्ताव पारित करने का फैसला किया है.