मुद्रास्फीति को लेकर केंद्र सरकार पर लगातार हमलों के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सोमवार को कहा कि इस मामले में राज्य भी अपनी जिम्मेदी से बच नहीं सकते क्योंकि महंगाई नियंत्रण में उनकी भी बराबर की जिम्मेदारी है.
उन्होंने कहा कि शेयर बाजारों में उछाल तथा बढ़ते निवेश से आम आदमी की दैनिक समस्याओं का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता क्योंकि इस समय महंगाई 'चुनौती' बनी हुई है. अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की बैठक को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा, 'मैं जोर देना चाहूंगी कि बढ़ती कीमतों को थामना केंद्र की जिम्मेदारी है, राज्य भी इसके लिए समान रूप से जिम्मेदार हैं.'
उन्होंने कहा, 'केंद्र द्वारा बनाई एवं वित्तपोषित योजनाओं का श्रेय राज्य आसानी से ले सकते हैं लेकिन जब मुद्रास्फीति का मामला आता है तो वे केंद्र को दोष देते हैं.' कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे राज्य सरकारों पर दबाव बनाएं ताकि वे कालाबाजारियों, जमाखोरों तथा सटोरियों के खिलाफ कदम उठाएं. मुद्रास्फीति बढ़कर सितंबर में 8.62 प्रतिशत हो गई जबकि खाद्य मुद्रास्फीति 16 अक्तूबर को समाप्त तिमाही में 13.75 प्रतिशत रही.