मुंबई में साग-सब्ज़ी और अनाज़ की सप्लाई पर संकट के बादल मंड़रा रहे हैं, जिससे आम आदमी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. ज़्यादा चिंता सब्ज़ियों को लेकर है क्योंकि हरी सब्ज़ियां रोज़ थोक मंडी से आकर बिकती हैं.
मुंबई की ज़रूरत का बड़ा हिस्सा जिस मंडी से आता है वो है नवी मुंबई की एपीएमसी मार्केट. इस मार्केट में लदाई-ढुलाई का काम संभालने वाले 80 हज़ार दिहाड़ी कामगारों ने हड़ताल कर दी है. आधी रात से वे बेमियादी हड़ताल पर चले गए हैं. इन मज़दूरों को शिक़ायत है कि जिन 30 मांगों को वे पिछले 10 साल से उठाते आ रहे हैं, उन्हें सुनने वाला कोई नहीं.
कामगार अपने लिए घर, पगार में बढ़ोतरी और सुरक्षा का भरोसा भी चाहते हैं. उनकी एक और अहम मांग है. वे अपने एसोसिएशन के नेता को बदलना चाहते हैं, जो पिछले 10 साल से अपनी कुर्सी पर क़ाबिज़ हैं. मज़दूरों की समस्याओं की कोई परवाह नहीं कर रहे हैं.