दिल्ली वालों को एक बार फिर से बिजली बिल का बड़ा झटका लगने वाला है. डीईआरसी यानी दिल्ली विद्युत विनिमायक आयोग ने साफ तौर पर कहा है कि इस साल भी बिजली के दाम बढ़ेंगे ही. प्राइवेट कंपनियों ने यूं तो 20 फीसदी से 27 फीसदी तक बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव रखा है.
जहां डीईआरसी कितनी बढ़ोत्तरी होगी इसपर मुंह खोलने को राजी नहीं वहीं दिल्ली सरकार इस मसले से खुद को साफ अलग कर रही है.
बस 15 दिन और, पहले से ही महंगी बिजली का और महंगा होना तय है. बिजली के दाम तय करने वाली एजेंसी डीईआरसी अपना हिसाब किताब कर चुकी हैं. ये तय हो चुका है कि बिजली कीमत और बढ़ेगी बढ़ोत्तरी की वकालत डीईआरसी भी साफ साफ शब्दों में कर रहा है.
यानी पहले से ही महंगाई से पस्त हो चुकी जनता पर एक और बोझ बढ़ाने की योजना पर मुहर लग चुकी है. तीन प्राइवेट बिजली कंपनियों ने 6 हज़ार करोड़ का घाटा दिखाकर 20 से लेकर 27 फीसदी बढ़ोत्तरी मांगी है. अब जब दाम बढ़ने तय हैं तो सरकार अपने सिर पर इस बढ़ोत्तरी का जिम्मा कतई लेना नहीं चाह रही.
दो साल पहले डीईआरसी ने बिजली की कीमत 20 फीसदी तक घटाने का प्रस्ताव किया. लेकिन तब सरकार ने इसे रुकवा दिया. पिछले साल आयोग में चेहरे बदले और बढ़ोत्तरी 22 फीसदी की हुई. अब इस साल बढ़ोत्तरी कितनी होगी बस इस पर ही सस्पेंस बचा है और कुछ नहीं.