कांग्रेस नेता और केंद्रीय कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल के खिलाफ बुधवार को कानपुर की सीएमएम कोर्ट में याचिका दायर की गई है. अपने जन्मदिन के जश्न पर हुए एक कार्यक्रम के दौरान महिलाओं के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी करके जायसवाल आलोचनाओं का शिकार बने हैं.
30 सितंबर को कानपुर में हुए एक कार्यक्रम के दौरान मंत्री जी ने कहा था कि नई-नई जीत और नई-नई शादी. इसका अपना महत्व होता है, जैसे-जैसे समय बीतेगा. जीत पुरानी होती जाएगी. जैसे-जैसे समय बीतता है पत्नी पुरानी होती चली जाती है. वो मजा नहीं रहता है. इस मामले की सुनवाई 8 अक्टूबर को की जाएगी. कानपुर के रंजय सिंह ने यह याचिका दायर की है.
'मजे' के बयान पर फंसे कोयला मंत्री
अपने जन्मदिन के जश्न के मौके पर श्रीप्रकाश जायसवाल ने महिलाओं को लेकर ऐसा बयान दे दिया जिससे बवाल मच गया. एक कवि सम्मेलन में श्रीप्रकाश जायसवाल ने कहा, 'नई-नई जीत और नई-नई शादी. इसका अपना महत्व होता है, जैसे-जैसे समय बीतेगा. जीत पुरानी होती जाएगी. जैसे-जैसे समय बीतता है पत्नी पुरानी होती चली जाती है. वो मजा नहीं रहता है.'
कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल के इस बयान पर बवाल मच गया है. बीजेपी समेत तमाम सामाजिक संगठनों ने महिलाओं पर दिए गए इस बेतुके बयान की कड़ी निंदा की है. बवाल होने के बाद जायसवाल ने अपने बयान पर माफी मांगी.
जायसवाल ने दो दिन पहले 30 सितंबर को यह बात कही थी. मनमोहन सरकार में श्रीप्रकाश जायसवाल कद्दावर मंत्री हैं. ओहदा बड़ा है लेकिन सोच माशाअल्ला. महिलाओं के बारे में ऐसी सोच रखते हैं कि दुनिया की आधी आबादी अफसोस में डूबी हुई है. श्रीप्रकाश जायसवाल ने राजनीति में खूब तरक्की की है.
पहले प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री हुआ करते थे. इन दिनों देश के कोयला मंत्री हैं. ये श्रीप्रकाश जायसवाल का जीवन दर्शन है, औरतों के बारे में.
उस दुनिया के बारे में जिसके बिना सृष्टि नहीं बनती. आधी आबादी से पूरे होने वाले संसार पर भारत सरकार के एक मंत्री की सोच पर हम और आप सिर्फ अफसोस कर सकते हैं. माफी इस सोच को सिर्फ रफू करती है और सोच में जुगाड़ से समझदारी नहीं बदल जाती.