पूर्वोत्तर भारत में रविवार शाम आए भूकंप से बिहार के नालंदा और दरभंगा जिलों में अलग-अलग हादसों में दो बच्चों की मौत हो गयी जबकि चार मकान ध्वस्त हो गए.
राज्य के पुलिस महानिदेशक अभयानंद ने बताया कि भूकंप के कारण नालंदा जिला के हरनौत में एक कच्चे मकान के ढह जाने से उसकी दीवार के नीचे दबकर सात साल की एक बच्ची की मौत हो गयी.
उन्होंने बताया कि भूकंप के दौरान सुरक्षित स्थान पर पहुंचने के क्रम में भाग रहे दरभंगा जिला के बहादुरपुर थाना अंतर्गत तरौनी थाना गांव निवासी मोहम्मद जाफर का 16 वर्षीय पुत्र मोहम्मद वसीम की गिरने से मौत हो गयी.
वहीं भागलपुर जिला के बुद्धूचक थाना क्षेत्र निवासी हिमांशू शेखर झा (65) बाजार से अपने घर लौटने के क्रम में गिर गए जिससे उनकी हृदय गति रुक जाने से मौत हो गयी. झा की मौत भूकंप के कारण गिरने से हुई इसकी अधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हो पायी है.
अभयानंद ने बताया कि नालंदा जिला के सोसराय में भूकंप के कारण एक मकान के ढह जाने की सूचना है.
नालंदा जिला में ही भूकंप के दौरान रहूई थाना अंतर्गत पेसोर गांव में दो कच्चा मकान गिर गया लेकिन इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.
वहीं पटना के हवाई अड्डा थाना अंतर्गत राजाबाजार मुहल्ला में भूकंप के कारण एक चार मंजिला के झुक जाने से उसे खाली करा लिया गया है.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भूकंप के झटके महसूस होने के तुरन्त बाद आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव व्यास जी एवं पुलिस महानिदेशक अभयानंद के साथ बैठक कर भूकंप के प्रभाव से हुयी क्षति की समीक्षा की.
उन्होंने राज्य के सभी जिला प्रशासन के साथ संपर्क कर भूकंप के प्रभाव से हुई क्षति की समीक्षा किए जाने का निर्देश देते हुए सभी थानों, प्रखंड कार्यालयों, अस्पतालों तथा एनडीआरएफ की टीम को अलर्ट किये जाने का भी निर्देश दिया.
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि भूकंप के कारण मरने वालों के आश्र्रितों को एक-एक लाख रुपये की सहायता राशि आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से और 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि मुख्यमंत्री राहत कोष से दी जायेगी.
मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत करते हुये कहा कि उन्होंने भी भूकंप के झटके को महसूस किया. भूकंप के प्रभाव से हुयी क्षति का जायजा लिया जा रहा है. आपदा प्रबंधन विभाग, सचिवालय एवं जिला प्रशासन के अधिकारी को अलर्ट कर दिया गया है. राज्य के सभी चिकित्सालयों को भी अलर्ट किया गया है.
पटना स्थित मौसम विभाग कार्यालय के निदेशक अनिमेश चंदा ने बताया कि पूर्वोत्तर भारत में आए इस भूकंप का केंद्र सिक्किम-नेपाल सीमा पर 27.7 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 88.2 डिग्री पूर्वी देशांतर के बीच था.
उन्होंने बताया कि रविवार शाम छह बजकर 10 मिनट और 47 सेंकेंड पर आए इस भूकंप का रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 6.8 आंकी गयी और इसकी गहराई करीब दस किलोमीटर तक रही.
बिहार के मुंगेर, रोहतास, मुजफ्फरपुर, नवादा, नालंदा, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर सहित कई अन्य जिलों में भी भूकंप के झटके महसूस किए जाने से लोगों के बीच थोडी देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल रहा. लोग अपने घरों से निकल कर सडकों पर आ गये थे.