भारतीय मूल की अंतरिक्षयात्री सुनीता विलियम्स करीब चार महीने तक अंतरिक्ष में रहने के बाद आज वापस धरती पर लौट आई हैं. अब से थोड़ी देर पहले सुनीता को लेकर सोयूज अंतरिक्ष यान ने कजाखस्तान में लैंड किया.
भारतीय समय के मुताबिक सबह के करीब 4 बजे सुनीता ने अंतरिक्ष स्टेशन से धरती का सफर शुरु किया. सुनीता ने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन यानी आईएसएस पर करीब चार महीने बताए. सुनीता की ये दूसरी अंतरिक्ष यात्रा थी. इससे पहले वो 2006 में अंतरिक्ष में गई थीं.
इससे पहले तीनों को अंतरिक्ष स्टेशन में उनके सहयोगियों केविन फोर्ड, एवगेनी तारेकिन और ओलेग नोवित्स्काई ने भावभीनी विदाई दी.
दो लंबे अंतरिक्ष मिशनों में सुनीता कुल 322 दिन अंतरिक्ष में बिता चुकी हैं. पूर्व में वह एक्सपेडिशन 14-15 में फ्लाइट इंजीनियर के तौर पर नौ दिसंबर 2006 से 22 जून 2007 तक अंतरिक्ष में रही थीं.
सुनीता अंतरिक्ष में अब तक सात बार चहलकदमी कर चुकी हैं और इसमें 50 घंटे 40 मिनट का समय लगा है. इनमें अभियान (एक्सपेडिशन) 32 और 33 के दौरान की गई उनकी तीन चहलकदमी भी शामिल है. जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेन्सी के होशिदे के लिए भी अंतरिक्ष का यह दूसरा दौरा था. इससे पहले वह 2008 में एसटीएस 124 मिशन के विशेषज्ञ के तौर पर डिस्कवरी शटल से अंतरिक्ष स्टेशन आ चुके हैं.
रूसी सोयुज कमांडर मालेन्चेन्को का यह पांचवा अंतरिक्ष दौरा था. वह कुल 642 दिन अंतरिक्ष में बिता चुके हैं और अंतरिक्ष में लंबे समय तक रहने वालों की सूची में उनका स्थान सातवां है.