एक शो और बदल गया संसार, एक सवाल और मिला गया 5 करोड़ का जैकपॉट, ये अनोखी हकीकत है मोतिहारी के सुशील कुमार की. जीत इतनी बड़ी हो तो दुनिया बदल ही जाएगी. कभी मनरेगा यानी महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार योजना में 6 हजार की नौकरी करने वाले सुशील अब बनने जा रहे हैं मनरेगा के ही ब्रांड अंबेस्डर. तभी तो हम कह रहे हैं कि वाकई एक शो से सुशील का संसार ही बदल गया.
ये छप्पर फाड़ मेहरबानी ऊपरवाले की नहीं तो और किसकी हो सकती है कि महज 40 मिनट में 6 हजार कमाने वाला बन गया पांच करोड़ का मालिक. लेकिन सुशील के लिए तो लगता है कि किस्मत अपने दरवाजे खोलकर बैठी है. एक और खुशखबरी ने उसकी पूरी दुनिया ही बदल डाली. केंद्र सरकार की नजर भी अब सुशील पर टिक गई है और उसे उन्होंने मनरेगा यानी महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार योजना का ब्रैंड एंबेस्डर बनाने का फैसला किया है.
सुशील के लिए ये एक के बाद एक लॉटरी खुलने जैसा था. पहले ही करोड़पतियों में शुमार हो चुके सुशील को जब केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश का फोन आया तो उन्होंने सोचा कि कोई बधाई संदेश होगा, लेकिन एक बार फिर जैसे किस्मत दस्तक देने को तैयार बैठी थी और जयराम रमेश ने मनरेगा के लिए ब्रैंड़ एम्बस्ड़ेर बनने का ऑफर देकर सुशील को एक बार फिर हैरान कर दिया.
मनरेगा, जहां सुशील महज छह हजार की नौकरी किया करते थे और अब वो उसी मनरेगा के पोस्टर में चमकने वाले हैं. ये सोचकर सुशील खुशी से फूले नहीं समा रहे है. अब इसे किस्मत नहीं तो और क्या कहेंगे कि कल तक जो मनरेगा के दफ्तर के चक्कर लगाता था उसके घर अब नेताओं का चक्कर लगना जारी है.
पहले हजार कमाने के लिए घंटों काम करना पड़ता था. वही काम अब उसके पीछे-पीछे घर चलकर आ रही है और जनाब ये सब करामात है उस एक शो का, जिसने एक साधारण से शख्स की पूरी शख्सियत को ही बदल डाला, उसकी पूरी दुनिया ही बदल डाली और इस कदर बदल डाली कि सचमुच अमिताभ बच्चन की फिल्म आंखें का डॉयलाग सच साबित होता नजर आया.