राजघाट स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर भाजपा नेता सुषमा स्वराज को नाचते हुए दिखाने वाली तस्वीरें सामने आने के बाद विवाद पैदा हो गया है. कांग्रेस ने उनपर उस स्थल की पवित्रता को चोट पहुंचाने का आरोप लगाया है.
वहीं, सुषमा ने अपने कृत्य का बचाव करते हुए कहा कि वह कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए देशभक्ति गीत की धुन पर नाच रही थीं.
भाजपा के 24 घंटे के सत्याग्रह पर निशाना साधते हुए कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने कहा, ‘‘यह किस तरह का अनशन है जब विपक्ष की नेता अपने मित्रों के साथ गांधी जी की समाधि पर नाच रही हैं.’’ गौरतलब है कि भाजपा का सत्याग्रह रविवार शाम से शुरू हुआ है.
जनार्दन द्विवेदी ने सवालिये लहजे में कहा, ‘‘वे किस बात की खुशी मना रहे हैं. क्या यह एक हाथ में अन्ना हजारे और दूसरे हाथ में स्वामी को अपने मुखौटे के रूप में रखने की खुशी है.’’ कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा ‘‘राष्ट्रपिता की समाधि पर यदि आप वहां नाच रहे हैं, तो आप स्थान की किस प्रकार की पवित्रता कायम रख रहे हैं.’’
आलोचना का जवाब देते हुए स्वराज ने ट्विटर पर लिखा है, ‘‘तड़के करीब दो बजे की बात है, मैं अपने पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल उठाने के लिए कुछ क्षण के लिए नीचे उतर गयी.’’ उन्होंने कहा कि यह भाजपा की परंपरा रही है कि वह अपने सभी प्रदर्शन के दौरान राष्ट्रगान चलाती है और वरिष्ठ नेता कार्यकर्ताओं के साथ एकजुटता दिखाने एवं उनके मनोबल को ऊंचा उठाकर रखने के लिए उनके साथ जुड़ जाते हैं.
लोकसभा में विपक्ष की नेता ने कहा, ‘‘जब पार्टी कार्यकर्ता ‘ये देश है वीर जवानों का’ गा रहे थे और नाच रहे थे तब इस परंपरा को ध्यान में रखकर मुझे उनके साथ जुड़ने को कहा गया. ’’
स्वराज ने कहा कि रविवार शाम सात बजे के बाद से आधी रात तक भाजपा नेताओं द्वारा कई गंभीर राजनीतिक भाषण हुए और उन्हें इस बाद से बेहद झटका लगा है कि यह इस सत्याग्रह के प्रतिनिधि दृश्य के रूप में एकमात्र क्लिपिंग के रूप में उठायी गयी और इसे बार बार प्रसारित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ‘हमारे सत्याग्रह का मीडिया में गलत तरीके से पेश किया गया है’.
केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद ने कहा, ‘‘उन्हें (भाजपा के लोगों) को रामदेव के लिए कोई सहानुभूति नहीं है. वे राजघाट पर नाच रहे हैं. मैं नहीं जानता कि क्या यह खुशी है या गम या वे रामदेव की गिरफ्तारी पर नाच रहे थे. उनका दल वहां नहीं था और वे बस राजनीति कर रहे हैं.’’
भाजपा नेता चंदन मित्रा ने कहा कि राष्ट्रभक्ति के गाने और नृत्य गांधी समाधि पर नहीं, बल्कि वहां से थोड़ी दूर पर समता स्थल पर हुए.