सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश ने लोकपाल आंदोलन से जुड़े अपने सीडी प्रकरण को एक नया मोड़ देते हुए दावा किया कि वह केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल से नहीं बल्कि एक आध्यात्मिक गुरू से बात कर रहे थे, जिन्हें वह ‘कपिलजी’ कहा करते हैं.
गौरतलब है कि इस सीडी में अग्निवेश को कथित तौर पर केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के साथ बात करते हुए दिखाया गया था. अग्निवेश ने कहा, ‘एनके शर्मा ही वह व्यक्ति हैं जिनसे मैं बात कर रहा था. मैं उन्हें कपिलजी महाराज कह कर पुकारता हूं. वह एक धार्मिक व्यक्ति हैं और द्वारका पीठ के शंकराचार्य एवं ब्रदीनाथ से जुड़े हुए हैं. वह कपिल सिब्बल और सरकार के सलाहकार भी हैं.’
इस सीडी में स्वामी अग्निवेश को कथित तौर पर उन्हें अन्ना हजारे की आलोचना करते और सरकार से उनके आंदोलन के खिलाफ सख्त रूख अख्तियार करने की बात करते हुए दिखाया गया था. इसे लेकर अग्निवेश विवाद में घिर गए थे. अग्निवेश ने उस वक्त दावा किया था कि वह जिस व्यक्ति से बात कर रहे थे, वह हरिद्वार के कपिल महाराज हैं हालांकि इस व्यक्ति ने इस तरह की कभी कोई बात होने से इनकार कर दिया था.
अग्निवेश ने शर्मा के बारे में बात करते हुए कहा कि हजारे का आंदोलन जब शुरू हुआ तब ‘शर्मा ने मेरे पास आकर कहा कि मैं आगे आया हूं ताकि वार्ता प्रक्रिया शुरू हो सके.’ यह पूछे जाने पर कि उन्होंने शर्मा के नाम का पहले खुलासा क्यों नहीं किया, इस पर अग्निवेश ने कहा कि वह ऐसा नहीं कर सकें क्योंकि वह अपने खिलाफ चलाए गए ‘कीचड़ उछालने के अभियान’ से बेहद दुखी थे.
उन्होंने कहा, ‘मैं जानता चाहता हूं कि अन्ना हजारे ने जिस दिन अपना अनशन तोड़ा, उसी दिन सीडी क्यों लीक की गई.’ अग्निवेश ने दावा किया कि शर्मा ने टीम अन्ना के सदस्य प्रशांत भूषण से इस बातचीत के बारे में बात की थी और भूषण स्पष्टीकरण से संतुष्ट हो गए थे.