जिस प्रेम के बेमिसाल प्रतीक ताजमहल को देखकर दुनियाभर के प्रेमी युगल कई जन्मों तक साथ साथ जीने मरने की कसमे खाते रहे हैं उसे सिर्फ रईसों और सेलिब्रीटी जैसे गिने चुने लोगों तक के लिये सीमित करने की वकालत की जा रही है.
ब्रिटेन के प्रतिष्ठित फ्यूचर लेबोरेटरी के एक नये अध्ययन में दावा किया गया है कि भारत में ताजमहल, मिस्र के पिरामीड और वेनिस को धनी वर्ग के लिये खेल का विशेष मैदान बना दिया जाना चाहिये ताकि उन्हें संरक्षित किया जा सके.
उसने चेतावनी दी कि इन विश्व विरासत स्थलों को बचाने के लिये यदि यह प्रचंड कार्रवाई नहीं की गई तो पर्यटन के भारी दबाव के कारण हम अगले 20 वर्षों में इसे खो देंगे.
‘डेली एक्सप्रेस’ की रिपोर्ट के मुताबिक केवल धनी लोगों के लिये सीमित की जानी चाहिये और आम पर्यटकों के देखने के लिये अलग से एक प्लेटफार्म बनाया जाना चाहिये.
भविष्यवेत्ता लान पियर्सन ने कहा, ‘भविष्य में हम जहां चाहते हैं वहां नहीं जा सकेंगे. आने वाले समय में पर्यटन की सुविधाये कुछ स्थलों पर होंगी और केवल धनी और प्रसिद्ध व्यक्ति ही इन पर्यटन स्थलों का टिकट खरीद पायेंगे.’