तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता का कहना है कि राज्य पुलिस को ‘बंदूक चलाने का शौक’ नहीं है और उसने 23 फरवरी को हुयी मुठभेड़ में जरूरत होने पर ही जवाब में गोलियां चलाई थी. इस घटना में पांच संदिग्ध बैंक लुटेरों की मौत हुयी थी.
शहर के वेलाचेरी इलाके में गोलीबारी की घटना का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि एक घर में लुटेरों के छिपे होने की सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीम वहां पहुंची थी और उन्हें बाहर निकलने के लिए कहा गया था.
उन्होंने कहा, ‘पुलिस ने तमिल और हिंदी में लुटेरों को घर से बाहर आने को कहा लेकिन उन्होंने ऐसा करने से तो इंकार कर ही दिया बल्कि गोलियां भी चला दी.’ पुलिस ने लोगों की सुरक्षा और आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की. उन्होंने कहा कि पांचों लोगों को अस्पताल में मृत घोषित किया गया.
घटना में दो इंस्पेक्टरों के घायल होने की बात कहते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस को अंधाधुंध गोलियां चलाने से खुशी नहीं मिलती है. मृतकों के पास से पिस्तौल, रिवॉल्वर और नकदी बारामद हुई थी.
उन्होंने कहा कि ये सभी अन्य मामलों में दूसरे राज्यों में वांछित थे, जहां उन्होंने कथित तौर पर आपराधिक गतिविधियों के लिए विस्फोटक उपकरणों का भी इस्तेमाल किया था.