अगर आप मोबाइल फोन पर ज़्यादा बात करने के आदी हैं, तो अपनी आदत बदल लीजिए, क्योंकि आने वाले दिनों में आपका फोन बिल दोगुना या उससे भी ज़्यादा हो सकता है.
दरअसल, तमाम टेलीकॉम कंपनियां स्पेक्ट्रम नीलामी की पॉलिसी के विरोध में अड़ी हुई हैं. कंपनियों का कहना है कि ट्राई ने स्पेक्ट्रम की नीलामी के लिए जो सिफ़ारिशें की हैं, अगर उन्हें लागू किया गया तो सस्ती कॉल के दिन लद जाएंगे.
इन कंपनियों का कहना है कि वे पहले से ही ख़र्च के बोझ तले दबी हुई हैं. उनका ख़र्च अगर और बढ़ा, तो लाचार होकर उन्हें अपने ग्राहकों पर ही बोझ डालना पड़ेगा. ये बढ़त सौ फ़ीसदी से भी ज़्यादा ऊपर जा सकती है.