सशक्त लोकपाल बिल के लिए आमरण अनशन करने जा रहे अन्ना हजारे को जयप्रकाश नारायण पार्क सिर्फ दो दिन के लिए मिलेगा. यानी अन्ना की बात अगर सरकार ने दो दिन के अंदर मान ली, तो ठीक, नहीं तो अन्ना को अपना अनशन जबरन दो दिन के अंदर खत्म करना होगा.
दिल्ली पुलिस ने शर्त रखी है कि 16 अगस्त की सुबह छह बजे से 18 की शाम छह बजे तक अनशन कर सकते हैं. 50 कारों और 50 दोपहिया वाहनों से ज्यादा नहीं इकठ्ठे होने चाहिये. 5000 से ज्यादा लोग नहीं आने चाहिये.
दिल्ली के लोक निर्माण विभाग ने साफ कह दिया है कि वो अन्ना हजारे की टीम को महज दो दिन के लिए जेपी पार्क देगा. विभाग का कहना है कि इससे ज्यादा दिन की अनुमति संभव नहीं है.
वहीं दिल्ली पुलिस ने साफ कहा है कि वो तीन दिन से ज्यादा अन्ना को अनशन की इजाजत नहीं दे सकता. इन दोनों बयानों से साफ है कि सरकार अन्ना के अनशन को भले ही ना रोक पाये, लेकिन उसे लंबा खिंचने से जरूर रोकने के प्रयास करेगी.
जाहिर है सरकार कभी नहीं चाहेगी कि अन्ना अपने अनशन में सफल हों, क्योंकि अब यह यूपीए सरकार की गरिका का सवाल है. हालांकि अभी तक किसी भी मंत्री ने इस पर कोई बयान नहीं दिया है. उधर जेपी पार्क की साफ-सफाई शुरू हो चुकी है. माना जा रहा है कि अनशन के दौरान करीब पांच हजार लोग पार्क पहुंच सकते हैं. पुलिस फोर्स भी उसी हिसाब से लगाई जाएगी.
दिल्ली पुलिस ने अपनी शर्तें रखने के साथ हजारे से 3 दिन में अनशन खत्म करने दिल्ली पुलिस ने जब टीम अन्ना को शर्तों का पुलिंदा थमा दिया तो अन्ना की टीम में शामिल अरविंद केजरीवाल ने साफ कह दिया है कि शर्तों के आधार पर कोई अनशन नहीं होगा. केजरीवाल के मुताबिक अन्ना ने 30 दिन के अनशन की अनुमति मांगी है. हालांकि यह भी बात सामने आ रही है कि अन्ना जेपी पार्क की जगह जंतर-मंतर पर अनशन कर सकते हैं.
पुलिस की शर्तों पर अन्ना हजारे ने साफ कह दिया है कि वो इन शर्तों को कतई नहीं मानेंगे. अगर उन्हें जेल भेज दिया गया तो वो वहां से अनशन करेंगे. हालांकि रविवार की दोपहर करीब तीन बजे दिल्ली पुलिस के अधिकारियों से अन्ना हजारे बात करेंगे.