नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर ने कहा कि वे टीम अन्ना के राजनीति में आने के फैसले का विरोध तो नहीं करती है, लेकिन उनको यह जल्दबाजी में लिया गया फैसला लगता है.
नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता ने कहा कि यदि यह फैसला कुछ सोच समझकर तथा लोगों से बात करके लिया जाता तो बेहतर होता.
मेधा ने कहा कि वैसे भी राजनीति में टीम अन्ना का फैसला बहुत बड़ी बात इसलिए नहीं है, क्योंकि हर आंदोलन में कुछ ना कुछ राजनीति तो निहित होती ही है.
उन्होंने कहा कि टीम अन्ना ने राजनीति में आने का फैसला शायद इसलिए लिया हो, क्योंकि बिना चुनाव लड़े बहुत ज्यादा सुधार लाना उनको संभव नहीं नजर आ रहा हो.
नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता ने कहा कि वे इस बात की पक्षधर हैं कि चुनावों में बहुत ज्यादा सुधार की सख्त जरूरत है. इसमें सबसे अहम बात यह है कि सरकार को ही राजनैतिक दलों का चुनाव का खर्च उठाना चाहिए.