आंध्र प्रदेश के तेलंगाना क्षेत्र के कांग्रेस के मंत्रियों, सांसदों और विधायकों ने इस्तीफा देने के एक दिन बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद से मुलाकात की और इस्तीफा देने के कारणों के बारे में उन्हें बताया और साथ ही इस मुद्दे पर चर्चा में हिस्सा लेने पर सहमति जताई.
वरिष्ठ मंत्री के. जना रेड्डी ने इस मुलाकात के बाद बताया कि पृथक तेलंगाना राज्य के गठन के मुद्दे पर वह पार्टी आलाकमान से बातचीत जारी रखेंगे. उन्होंने कहा, ‘हम चर्चा में हिस्सा लेते रहेंगे. हमने आजाद को उन स्थितियों के बारे में बताया जिसके तहत हमने अपने इस्तीफे सौंपे हैं.
रेड्डी के अलावा पोन्नल लक्ष्मैया और बासवराज सरैया ने भी आजाद से मुलाकात की. वे सोमवार रात हैदराबाद से दिल्ली पहुंचे हैं. दो सांसद मधु गौड़ याशकी और पोन्नम प्रभाकर, एक विधायक और एक विधान पाषर्द ने भी पार्टी महासचिव आजाद से मुलाकात की.
माना जाता है कि इस दौरान उन्होंने इस बारे में बताया कि तेलंगाना के सांसदों और विधायकों ने अपने पदों से क्यों इस्तीफा दिया. सूत्रों का कहना है कि मंत्री और सांसद पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने के लिए समय लेने का प्रयास कर रहे हैं.
आंध्र प्रदेश के मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और विधान पाषर्दों ने पृथक तेलंगाना राज्य के गठन के लिए केंद्र और साथ ही पार्टी पर दबाव बनाने के उद्देश्य से कल अपनी..अपनी सीटों से इस्तीफा दे दिया था. जन प्रतिनिधि यह उल्लेख करते रहे हैं कि तेलंगाना के लोग यह महसूस करते हैं कि केवल अलग राज्य ही उनकी आकांक्षाओं को पूरा कर सकता है और इस्तीफा विरोध जताने का सही रास्ता है.
हालांकि, गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने कल कहा था कि इस मुद्दे पर केंद्र को अभी फैसला करना है और सरकार चर्चा की प्रक्रिया में तेजी लाने की कोशिश करेगी. उधर कांग्रेस ने भी अपने सांसदों-विधायकों से कहा है कि वे चर्चा प्रक्रिया पूरी होने तक इंतजार करें, लेकिन वे जल्द फैसला चाहते हैं.