scorecardresearch
 

तेलंगाना आंदोलन: कांग्रेस के 39, तेदेपा के 34 विधायकों का इस्तीफा

पृथक तेलंगाना के मुद्दे पर जल्द फैसला करने का केंद्र पर दबाव बढ़ाते हुए प्रदेश के 11 मंत्रियों समेत क्षेत्र से कांग्रेस व तेदेपा के कई सांसदों, विधायकों ने सदन की सदस्यता से सामूहिक इस्तीफा दे दिया.

Advertisement
X
चंद्रशेखर राव
चंद्रशेखर राव

पृथक तेलंगाना के मुद्दे पर जल्द फैसला करने का केंद्र पर दबाव बढ़ाते हुए प्रदेश के 11 मंत्रियों समेत क्षेत्र से कांग्रेस व तेदेपा के कई सांसदों, विधायकों ने सदन की सदस्यता से सामूहिक इस्तीफा दे दिया.

Advertisement

केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने इस्तीफा देने वाले सांसदों-विधायकों को संयम बरतने का संदेश देते हुए कहा कि सलाह-मशविरे की प्रक्रिया जारी है, लेकिन इसके बावजूद तेलंगाना समर्थक नेता इन इस्तीफों के जरिये अपने आंदोलन को नये स्तर पर ले गये.

हैदराबाद में कांग्रेस के 39 विधायकों ने तेदेपा के 34 विधायकों के साथ विधानसभा से इस्तीफा दे दिया. इस्तीफा सौंपने वाले विधायकों में प्रदेश सरकार के 11 मंत्री भी शामिल हैं. हालांकि मंत्रियों ने पूर्व योजना के अनुरूप मंत्रिपरिषद से इस्तीफा नहीं दिया है.

कांग्रेस के सात सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार से नयी दिल्ली में मुलाकात कर अपने इस्तीफे सौंप दिये. इन सांसदों ने दो और लोकसभा सदस्यों के इस्तीफे सौंपे जो दिल्ली नहीं आ सके थे.

राज्यसभा सदस्य के. केशव राव ने भी सभापति हामिद अंसारी के विशेष कार्याधिकारी से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंप दिया.

Advertisement

तेलंगाना क्षेत्र में सांसदों-विधायकों के अभियान का नेतृत्व कर रहे राव ने इन आलोचनाओं को खारिज कर दिया कि इस्तीफे दिखावे का हथकंडा हैं. उन्होंने कहा कि ये नेता खुद को तेलंगाना की जनता से जोड़ रहे हैं जो तुरंत पृथक राज्य का गठन चाहती है.

उन्होंने संवाददाताओं को बताया, ‘‘केंद्र ने नौ दिसम्बर 2009 को पृथक तेलंगाना राज्य की वस्तुत: घोषणा कर दी थी लेकिन उसने घोषणा पर कार्यान्वयन नहीं किया. हम उन्हें मनाते आ रहे हैं. अब हम तेलंगाना की जनता के समक्ष असहाय महसूस कर रहे हैं.’’

यह पूछने पर कि क्या सांसद अपने इस्तीफे वापस ले लेंगे, राव ने कहा कि अगर इस मुद्दे पर कांग्रेस आलाकमान से समयबद्ध तरीके से ‘ठोस आश्वासन’ मिले तो फैसले की समीक्षा की जा सकती है.

राज्य की 294 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के तेलंगाना क्षेत्र के 50 विधायक हैं, जबकि तेदेपा के 36 और टीआरएस के 11 विधायक इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. सदन में कांग्रेस सदस्यों की कुल संख्या 155 है.

भाजपा ने अलग तेलंगाना राज्य के निर्माण के लिए अपना समर्थन जताया और मांग की कि केंद्र को इस संबंध में संसद के मॉनसून सत्र में एक विधेयक पेश करना चाहिए. भाजपा ने कहा कि कांग्रेस सांसदों और विधायकों ने आज जो किया है उससे साबित होता है कि उनका अपने पार्टी नेतृत्व से भरोसा उठ गया है.

Advertisement

वहीं कांग्रेस ने अपने आंदोलनकारी नेताओं को मनाने का प्रयास करते हुए कहा कि वह तेलंगाना समेत छोटे राज्यों के निर्माण के खिलाफ नहीं रही.

कांग्रेस पार्टी के सूत्रों ने कहा कि इस्तीफों पर तत्काल कोई कार्रवाई की संभावना नहीं है. चिदंबरम ने कहा कि केंद्र ने तेलंगाना के मुद्दे पर अंतिम फैसला नहीं किया है क्योंकि इस संबंध में बातचीत जारी है.

उप मुख्यमंत्री दामोदर राजनरसिंहा सहित तेलंगाना क्षेत्र के चार अन्य मंत्रियों ने अपने साथियों के फैसले के विपरीत इस्तीफा नहीं दिया. पांच मंत्री..जना रेड्डी, जे. गीता रेड्डी, पोन्नाला लक्ष्मैया, कोमाटीरेड्डी वेंकट रेड्डी और बासवराज सरैया ने विधानसभा उपाध्यक्ष को निजी तौर पर अपना इस्तीफा सौंपा. सरैया अपने साथ छह अन्य मंत्रियों के भी इस्तीफे लाये थे.

वरिष्ठ मंत्री के. जेना रेड्डी ने कांग्रेस के केंद्रीय नेताओं से बातचीत करने के लिहाज से दिल्ली रवाना होने से पहले संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारे इस्तीफे न तो कांग्रेस आलाकमान की नाफरमानी करने के लिये है और ना ही राज्य में कोई राजनीतिक या संवैधानिक संकट खड़ा करने के लिये. इस्तीफों के मायने सिर्फ तेलंगाना की जनता की आकांक्षाओं से कांग्रेस आलाकमान तथा भारत सरकार को अवगत कराने के लिये हैं.’’

Advertisement
Advertisement