जयपुर में मोबाइल टॉवरों के खिलाफ लोगों का गुस्सा बढ़ गया है और इसकी वजह है कैंसर के मरीजों की बढ़ती तादाद. जिसे देखते हुए सरकार ने अवैध मोबाइल टॉवर हटाने के आदेश दे दिए हैं.
जयपुर के रहने वाले सुधीर के मुताबिक खुशियों से भरी जिंदगी में तब भूचाल आ गया जब उनके घऱ के पास मोबाइल टावर लगा. सुधीर की माने तो टावर से निकलने वाले रेडिएशन का असर उनके और उनके परिवार पर इतना पड़ा कि इन्हें और इनके भाई को कैंसर हो गया.
सुधीर ही नहीं बल्कि जयपुर के आदिनाथ मार्ग पर बसे कई लोग कैंसर से पीड़ित हैं जिनमें से तीन लोगों की मौत भी हो चुकी है. जब रेडिएशन के स्तर की जांच कराई तो वो खतरे के निशान से काफी ऊपर पाया गया. जयपुर के लोगों ने इस मामले को लेकर केंद्र सरकार से भी गुहार लगाई है.
हालांकि मामला गरमाने के बाद सूबे की सरकार ने मोबाइल टावरों पर सख्ती कर दी है. दो दिनों में 10 से ज्यादा टावर सील किए जा चुके हैं. गहलोत सरकार ने मोबाइल टावरों से निकलने वाले रेडिएशन की जांच अपने स्तर से कराने का फैसला किया है. हालांकि मोबाइल कंपनियों का दावा है कि निकलने वाला रेडिएशन जानलेवा नहीं है.