देश के अंदर बढ़ते आतंकी समूहों के बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आतंकवाद के आंतरिक समस्या बनने के खतरों के प्रति चेताया. उन्होंने कहा कि ऐसी चुनौतियों से संवेदनशील तरीके से निपटने के लिए प्रभावी रणनीति बनाने की जरूरत है.
आईपीएस परिवीक्षाओं को संबोधित करते हुए मनमोहन ने कहा कि बाहर से आ रहे आतंकवाद से निपटना आसान है लेकिन देश के अंदर उपजे आतंकवाद से संवेदनशील तरीके से निपटने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि देश में आतंकवाद की बढ़ती समस्या को बाहरी ताकतों से भी समर्थन मिल रहा है लेकिन हमें यह भी जानना चाहिए कि इस तरह का खतरा है कि आतंकवाद आंतरिक समस्या भी बन सकता है.
उन्होंने कहा कि बाहरी ताकतों या देशों की ओर से उत्पन्न आतंकवाद के खतरे से आसानी से निपटा जा सकता है. मनमोहन ने कहा कि अगर हमारे देश में आतंकवाद का मॉड्यूल पाया जाता है और हमारे समाज के कुछ दिग्भ्रमित तत्व उस रास्ते को अपनाते हैं तो मेरा मानना है कि हमें इस समस्या से पूरी संवदेनशीलता से निपटने की जरूरत है.
उन्होंने युवा पुलिस अधिकारियों से कहा कि इस काफी संवेदनशील मुद्दे से निपटने के लिए विश्वसनीय प्रभावी रणनीति बनाएं. मनमोहन ने किसी विशेष समूह का जिक्र नहीं किया लेकिन संभवत: वह इंडियन मुजाहिद्दीन और सिमी जैसे देश में उपजे आतंकी समूहों की बातों का जिक्र कर रहे थे.