शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने प्रवासियों पर की गई टिप्पणी के लिए गृह मंत्री पी चिदम्बरम की प्रशंसा की है. चिदम्बरम ने दिल्ली में अपराध में प्रवासियों की भूमिका होने की बात कही थी.
पार्टी के मुखपत्र सामना में ठाकरे ने संपादकीय में कहा, ‘चिदम्बरम ने सच बोला. अब उन्हें और उनकी सरकार को परमिट प्रणाली (प्रवासियों को रोकने के लिए) लागू करनी चाहिए. कम से कम दिल्ली और मुंबई में तो ऐसा करना ही चाहिए.’
गृह मंत्री ने कल कहा था, ‘दिल्ली में अपराध इसलिए होता है कि यहां काफी संख्या में प्रवासी आते हैं. यहां बड़ी संख्या में अनधिकृत कालोनियां हैं. ये प्रवासी जिस तरह का व्यवहार करते हैं वह आधुनिक शहर में अस्वीकार्य है. इसलिए अपराध होता है.’ कई राजनीतिक दलों के विरोध के बाद चिदम्बरम ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि उन्होंने किसी राज्य या क्षेत्र, भाषा या धर्म का जिक्र नहीं किया और उनके कहने का मतलब था कि जो भी दिल्ली में काम करने आता है वह प्रवासी है और वे खुद भी प्रवासी हैं.
ठाकरे ने कहा कि चिदम्बरम ने ‘दिल्ली के बारे में वही बात कही जो शिवसेना पिछले कई वर्षों से मुंबई के बारे में कहती रही है.’ उन्होंने कहा, ‘इससे पहले दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने राष्ट्रीय राजधानी में प्रवासियों की बढ़ती संख्या पर चिंता जाहिर की थी. उन्होंने सच बोला था और अब चिदम्बरम भी सच बोल रहे हैं.’
शिवसेना प्रमुख ने कहा, ‘बहरहाल जिस तरह से चिदम्बरम ने तुरंत अपने बयान को वापस ले लिया वह दिखाता है कि कांग्रेस मतदाताओं को खुश रखने के लिए ऐसा करती है.’