इंडिया टुडे कॉन्क्लेव-2011 शुरू हो चुका है. कॉन्क्लेव में हर बार की तरह देश और दुनिया के बड़े मुद्दों पर अपनी राय देने के लिए तमाम बड़ी हस्तियां जुटी हैं. 18 और 19 मार्च को चलने वाले दो दिन के सत्र में जापान के परमाणु संकट पर खास चर्चा होगी.
इस सम्मलेन की सबसे ख़ास बात है इसका अजेंडा: ताक़त का लगातार बदलता संतुलन. सम्मेलन का आगाज देश के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह करेंगे और अंजाम तक पहुंचेगा अलास्का की प्रथम महिला गवर्नर सेरा पेलिन के सेशन के साथ 18 और 19 मार्च के इस सम्मेलन में शामिल होंगे.
इस समारोह में अभिनेता शाहरुख खान, पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश, गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता और बैरिस्टर एहतजाज एहसान और भारत मे पाकिस्तान के पूर्व राजदूत अजीज अहमद खान भी शामिल होंगे.
पहले दिन का सत्र मिस्र के बड़े नेता अलबरदेई के भाषण के साथ खत्म होगा, जिन्हे मिस्र की शांतिपूर्ण क्रांति का नायक कहा जा सकता है.
इस वक्त दुनिया की सबसे बड़ी समस्या जापान परमाणु संकट है, कॉन्कल्वे में परमाणु ऊर्जा के धर्म संकट पर भी एक खास सेशन रखा गया है. भारत में जापान के राजदूत अकीताका सायेकी और आणविक ऊर्जा विनियमन बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष ए गोपालकृष्णन शामिल होंगे. {mospagebreak}
कॉन्क्लेव के दूसरे दिन की शुरुआत होगी एक गर्मागरम बहस के साथ और मामला होगा कश्मीर का भविष्य. मंच पर होंगे अलगाववादी नेता सैय्यद अली शाह गिलानी और बीजेपी नेता मुरली मनोहर जोशी.
क्या बुरका और बिकनी साथ साथ चल सकते हैं, इस पर मंच पर होंगी लेखिकाएं फातिमा भुट्टो और जरमेन ग्रियर. दूसरे दिन के दूसरे हिस्से मे सामने होगे युवाओं की उम्मीदों के नुमाइंदे और ये फेहरिस्त काफी दिलचस्प है.
बीजेपी के युवा संसद अनुराग ठाकुर, बजाज फिनसर्व लिमिटेड के एमडी संजीव बजाज, मशहूर फिल्म निर्देशक इम्तिआज़ अली, फिल्म दबंग में अपनी पहचान कायम करने वाली शत्रुघ्न सिन्हा की बेटी सोनाक्षी सिन्हा, एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले स्टार मुक्के बाज़ विजेंदर सिंह और युवा लेखक आतिश तासीर भी शामिल होंगे.
आखिर कार इंडिया टुडे कांक्लेव अपने चरम पर पहुचेगा एक शानदार क्लाईमैक्स के साथ जब सामने होगी अलास्का की प्रथम महिला गवर्नर और रिपब्लिकन्स की तरफ से उप राष्ट्रपति पद की पूर्व दावेदार सेरा पेलिन. सारा पॉलिन ने भी अपनी इस भारत यात्रा और इंडिया टुडे कानक्लेव को अहम बताया है.
पॉलिन का कहना है कि मैं अपनी भारत यात्रा को लेकर काफी उत्साहित हूँ. अमेरीकियों के ज़ेहन में दुनिया के सबसे बड़े प्रजातंत्र को लेकर काफी इज्ज़त है, हम व्यापार में सहयोगी हैं और साथ मिलकर हम एक प्रगतिशील और शांतिपूर्ण दुनिया बना सकते हैं.