भाजपा के एक सांसद ने मंहगाई के खिलाफ ध्यानाकषर्ण के निराले प्रयास में राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल से उन्हें ‘ईच्छामृत्यु’ की अनुमति प्रदान करने की याचना की है. उनका कहना है कि सांसद होने के नाते उनमें आम जनता को मंहगाई की मार खाते देखने की और शक्ति नहीं बची है.
राज्यसभा सदस्य और मध्यप्रदेश भाजपा के अध्यक्ष प्रभात झा ने राष्ट्रपति को लिखे पत्र में कहा है, ‘मैं संसद के उच्च सदन का सदस्य हूं. आम आदमी की तरह मुझे मंहगाई से तो तकलीफ नहीं हो रही है पर राज्यसभा में बैठ कर अगर मैं भारत के 100 करोड़ से अधिक लोगों की जिंदगी की चिंता ना ना करूं तो मेरा सदन में बैठना निर्थक है.’’
ईच्छामृत्यु के अपने निर्णय से स्वयं के परिवार और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को अवगत करा चुकने की जानकारी देते हुए उन्होंने राष्ट्रपति से कहा, ‘आपसे विनम्र निवेदन कर रहा हूं कि कांग्रेस नीत संप्रग सरकार द्वारा मंहगाई को मौत का पर्याय बनाने पर विराम लगाने के लिए मुझे यथाशीघ्र ईच्छामृत्यु की अनुमति प्रदान करें.’
मीडिया में प्रसारित अपने इस पत्र में उन्होंने यह दावा भी किया, ‘मेरा यह पत्र प्रसिद्धि पाने के लिए नहीं है, बल्कि यह मेरी वेदना का प्रकटीकरण है. मैं जो कुछ लिख रहा हूं वह ना भावनात्मक है ना प्रचार पाने लिए.’
राष्ट्रपति को लिखे अपने इस पत्र की प्रतियां उन्होंने उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी और संसद के दोनों सदनों के विपक्ष के नेताओं को भी प्रेषित की हैं.