आमतौर पर गठिया रोग के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली एक दवा त्वचा कैंसर के उपचार में भी कारगर हो सकती है.
एक नये अध्ययन में दावा किया गया है कि गठिया की यह दवा घातक त्वचा कैंसर को रोकने में मददगार हो सकती है. ब्रिटेन और अमेरिका के वैज्ञानिकों ने चुहियों पर किए गए एक परीक्षण में लेफलुनोमाइड नाम की दवा को इस खतरनाक रोग के खिलाफ कारगर पाया है.
अध्ययनकर्ताओं ने बताया कि डेलीमेल में प्रकाशित खबर के मुताबिक जब लेफलुनोमाइड को पीएलएक्स 4720 के साथ मिलाकर दिया गया, तब यह ज्यादा असरदार दिखा. अखबार के मुताबिक इन दोनों दवाओं का एक साथ इस्तेमाल किए जाने से त्वचा में कैंसर के फैलाव पर रोक लगती हुई प्रतीत हुई.
गौरतलब है कि लेफलुनोमाइड को मानव रोग के उपचार में इस्तेमाल किया जाता है और इसे सुरक्षित माना जाता है. अध्ययनकर्ताओं ने बताया कि परीक्षण की प्रक्रिया सामान्य की अपेक्षा तेज होनी चाहिए और उम्मीद है कि इस प्रक्रिया पर आधारित एक नयी दवा पांच साल के अंदर उपलब्ध हो सकती है.