दिवाली पर अब मिठाई के साथ ड्राई फ्रूट्स (सूखे मेवे) का उपहार देना एक परंपरा बन गयी है. लेकिन इस बार त्योहारी सीजन में अपने दोस्तों -रिश्तेदारों को ड्राई फ्रूट्स का उपहार देना आपकी जेब पर काफी भारी पड़ेगा.
हर सामान की तरह महंगाई की मार से ड्राई फूट्स भी अछूते नहीं हैं. पिछले साल दिवाली से तुलना की जाए, तो बार ड्राई फ्रूट्स के दामों में 15 से 30 फीसदी इजाफा हुआ है और दिवाली करीब आते-आते इनकी कीमतों 5 से 10 प्रतिशत और चढ़ सकती हैं.
ड्राई फ्रूट्स में सबसे ज्यादा मांग काजू और बादाम की रहती है. ड्राई फ्रूट्स मार्केट खारी बावली के व्यापारियों का कहना है कि काजू और बादाम की कीमतों में ही सबसे ज्यादा इजाफा हुआ है.
किराना कमेटी, दिल्ली के पूर्व महासचिव संजय भाटिया ने कहा कि पिछले साल की तुलना में ड्राई फ्रूट्स के दाम 25 से 30 प्रतिशत तक बढ़े हैं. वहीं यदि बिक्री की बात की जाए, तो कारोबार में 50 फीसदी तक की कमी देखी जा रही है.
व्यापारियों के अनुसार, पिछले साल दिवाली पर काजू 450 से 700 रुपये किलोग्राम के बीच था. इस साल विभिन्न क्वालिटी वाले काजू के दाम 600 से 1,000 रुपये चल रहे हैं. इसी तरह बादाम गिरी का दाम इस साल क्वालिटीनुसार 425 रुपये से 500 रुपये किलोग्राम के बीच चल रहा है, जबकि पिछले साल दिवाली पर बादाम 350 से 360 रुपये था. ये थोक बाजार के भाव हैं, खुदरा बाजार में तो कीमतें और अधिक हैं.
राजधानी के एक खुदरा व्यापारी तिलकराज कहते हैं कि रिटेल में तो चार टुकड़ों वाला काजू भी 600 रुपये के करीब बिक रहा है. आने वाले दिनों में दिवाली की मांग बढ़ने से दाम और चढ़ सकते हैं. भाटिया कहते हैं कि किशमिश के दामों में भी थोड़ा इजाफा हुआ है. इस समय किशमिश की विभिन्न किस्में 150 रूपए से लेकर 400 रुपये किलोग्राम तक बिक रही हैं. वहीं मुनक्का तो पिछले कुछ दिन में काफी चढ़ गया है और फिलहाल इसका भाव 350 रुपये प्रति किलोग्राम है.
व्यापारियों के अनुसार, इसी तरह अखरोट का दाम पिछले साल से 100 रुपये चढ़ चुका है. इस समय अखरोट 650 से 700 रुपये किलोग्राम है. थोक कारोबारियों का कहना है कि दिवाली के पास ड्राई फ्रूट्स के दाम 5 से 10 प्रतिशत और बढ़ सकते हैं.
भाटिया ने कहा कि इस बार ड्राई फ्रूट्स में जो तेजी आई है, उससे हमारा कारोबार करीब 50 फीसदी तक घट गया है. हालांकि हमें उम्मीद है कि दिवाली के करीब आते-आते मांग में इजाफा होगा.
ड्राई फ्रूट्स की कीमतों में इजाफे की वजह से इस बार उपहार के रूप में इनकी मांग घट सकती है. इसकी पुष्टि निजी क्षेत्र की एक कंपनी के अधिकारी भी करते हैं.
उन्होंने कहा कि पिछले साल हमारी कंपनी में कर्मचारियों को एक किलोग्राम का ड्राई फ्रूट्स का पैक दिवाली उपहार के रूप में दिया गया था, जबकि इस साल कंपनी दिवाली गिफ्ट के रूप में किसी अन्य विकल्प पर विचार कर रही है. व्यापारियों का कहना है कि अभी सिर्फ रिटेल कारोबारियों की मांग आ रही है. आम लोग तो दिवाली से चार-पांच दिन पहले ही खरीद शुरू करते हैं.