शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने कहा कि उन्होंने सोचा था कि उनके भतीजा राज ठाकरे एक कार्टूनिस्ट के रूप में उनकी विरासत को आगे बढ़ाएंगे.
यह पूछे जाने पर कि किसी ने उनकी विरासत को आगे क्यों नहीं बढ़ाया, बाल ठाकरे ने कहा, ‘इसे कौन आगे बढ़ाएगा? मैंने सोचा था कि राजा (राज ठाकरे का घरेलू नाम) इसे आगे बढ़ाएंगे. ’
ठाकरे ने अपने विचार पार्टी मुखपत्र 'सामना' में प्रकाशित साक्षात्कार में व्यक्त किए हैं. सामना में बाल ठाकरे के साक्षात्कार का आखिरी हिस्सा प्रकाशित हुआ है.
उन्होंने कहा कि किसी कार्टूनिस्ट के लिए पसंदीदा चेहरों में सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह, राहुल गांधी, पृथ्वीराज चव्हाण, शरद पवार और लालकृष्ण आडवाणी शामिल हैं.
86 वर्षीय ठाकरे के पुत्र और पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे फोटोग्राफर हैं और वह बाल ठाकरे के कार्टूनों पर एक किताब संकलित कर रहे हैं.
ठाकरे ने मीडिया पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा, ‘संपादक बिकाउ हो गए हैं. वे राजनीतिक पार्टियों के चमचा बन गए हैं. उनके लेखन से यह देखा जा सकता है.’
सरकार में कोई पद नहीं लेने के बारे में ठाकरे ने कहा, ‘मैं सत्ता से दूर रहा. मैं भी किसी पद पर काबिज हो सकता था. मैं महाराष्ट्र और दिल्ली में मंत्रालयों का हिस्सा बन सकता था. मैं कुर्सी से दूर रहा. यह मेरी संपत्ति है.’
यह पूछे जाने पर कि वह अपने अनुयायियों को क्या संदेश देना चाहेंगे, ठाकरे ने कहा, ‘निष्ठा बनाए रखें. क्या आप अपने अभिभावक बदलते हैं? वैसे ही आप अपनी पार्टी मत बदलिए.'