मिस्र समेत अरब जगत में चल रहे जन उभार की धमक का अहसास दिलाते हुए देश की नामचीन सामाजिक हस्तियों के नेतृत्व में भारत के कोने-कोने से आये हजारों लोगों ने देश में बढ़ते भ्रष्टाचार के खिलाफ ‘जनयुद्ध’ का शंखनाद किया और सरकार से ‘जन लोकपाल विधेयक’ को पास करने की मांग की.
दिल्ली के रामलीला मैदान पर आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित करते प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश ने कहा, ‘ट्यूनीशिया में भ्रष्ट सरकार को हटाने के लिये करोड़ों लोग सड़कों पर आ गये और वहां के भ्रष्ट राष्ट्रपति को भागना पड़ा. जनता की जीत हुई.’
अग्निवेश ने कहा, ‘इसके बाद मिस्र का नंबर आया जहां का राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक पिछले करीब 30 वर्षों से सत्ता पर काबिज है. उसे भी सत्ता छोड़कर जाना होगा.’ उन्होंने कहा, ‘अब भारत में पिछले 60 वर्ष से शासन कर रही भ्रष्ट सरकारों का नंबर आया है, जो ट्यूनीशिया में हुआ और मिस्र में हो रहा है, हिंदुस्तान के हुक्मरानों अब यह तुम्हारे साथ होने जा रहा है.’
अग्निवेश ने कहा, ‘अब यह आंदोलन सड़कों पर उतर आया है जो पीछे नहीं हटेगा. संसद में बैठे माफिया के दलालों को जनता द्वारा बनाये गये लोकपाल विधेयक को पास करना होगा.’ उन्होंने इस नारे के साथ हुंकार भरी, ‘कमाने वाला खायेगा, लूटने वाला जायेगा, नया जमाना आयेगा.’ {mospagebreak}
इस पूरे अभियान में मुख्य भूमिका निभा रही देश की पहली महिला आईपीएस अधिकारी किरण बेदी ने भ्रष्टाचारियों पर जमकर प्रहार किया. उन्होंने कहा, ‘देश बहुत अमीर है लेकिन जनता का पैसा विदेशी बैंको में जा रहा है जिससे हम गरीब बने हुए हैं. हमारी असली कमाई कोई और खा रहा है.’
किरण बेदी ने कहा, ‘न्यायमूर्ति संतोष हेगड़े, उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण, पूर्व चुनाव आयुक्त जे एम लिंगदोह और सूचना अधिकार कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल ने भ्रष्टाचार से लड़ने के लिये जन लोकपाल विधेयक का मसौदा तैयार किया है. इस लोकपाल विधेयक को संसद को पास करवाना होगा.’ उन्होंने कहा, ‘यही लोकपाल विधेयक दागियों को दंड देगा और भ्रष्टाचारियों में डर पैदा करेगा.’ किरण बेदी ने भ्रष्टाचारियों को अलग काल कोठरी में रखने का सुझाव दिया.
सूचना अधिकार के लिये लड़ाई लड़ने वाले कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल ने जन लोकपाल विधेयक की विशेषतायें बताई और कहा कि यह सरकार द्वारा बनाये गये लोकपाल विधेयक की कमियों को दूर करता है.
केजरीवाल ने कहा, ‘प्रस्तावित कानून के बाद केंद्र में लोकपाल और राज्य में लोकायुक्त सरकार के अधीन नहीं होगे. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो और सीबीआई का विलय कर दिया जायेगा. लोकपाल और लोकायुक्तों को यह ताकत होगी कि वे भ्रष्ट लोगों को उनके पद से हटा सके.’
केजरीवाल ने कहा कि लोकपाल और लोकायुक्तों को किसी न्यायाधीश के खिलाफ जांच करने का और मुकदमा चलाने का अधिकार होगा. उनका काम काज पूरी तरह से पारदर्शी होगा. प्रख्यात वकील राम जेठ मलानी ने इस पूरे आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा कि उनका अब एकमात्र सपना है कि देश का जो धन बाहर है उसे वापस लाया जाये.{mospagebreak}
उन्होंने कहा, ‘चोर देश के अंदर हैं जिसे मैंने पहचान लिया है. इसको लेकर मैं अदालत गया हूं, जिसका निर्णय आने में थोड़ा समय लगेगा. मैं डाकुओं को जेल की हवा खिलाउंगा और देश धन वापस लाउंगा.’ उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ वकील और पूर्व कानून मंत्री शांति भूषण ने कहा कि हांगकांग की जनता वहां व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ उठ खड़ी और सरकार को एक कड़ा कानून बनाना पड़ा. ये लोकपाल कानून अगर संसद ने दो तिहाई बहुमत से पास कर दिया तो देश से भ्रष्टाचार का खात्मा हो जायेगा.
इस पूरे अभियान को योग गुरू बाबा रामदेव, सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर, चर्चित वकील प्रशांत भूषण, पूर्व न्यायाधीश राजेंद्र सच्चर, सूचना आयुक्त शैलेश गांधी, फादर डोमनिक इमैनुअल ने भी अपना समर्थन दिया.
इस अवसर सभी बुद्धिजीवियों के नेतृत्व में लोगों ने रामलीला मैदान से जंतर मंतर तक शांतिमार्च निकाला. लोग अपने हाथों में तख्तियां लिये हुए थे, जिसमें भ्रष्टाचार को खत्म करने तथा जन लोकपाल विधेयक को पास करने की मांग की गई थी.
इस पूरे अभियान को आयोजित करने वाली संस्था इंडिया अंगेस्ट करप्शन के शिवेंद्र ने बताया कि यह रैली भारत के 50 से अधिक शहरों और अमेरिका के कुछ शहरों में भी आयोजित की गई.
भारत के शहरों में लखनउ, चंडीगढ़, चेन्नई, मुंबई, कोयंबटूर आदि में आयोजित की गई. उन्होंने बताया कि देशभर में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक विशाल वोट बैंक तैयार करने के लिये लोगों ने एसएमएस भी किया.