मुंबई पर 26/11 के हमलों में भूमिका के चलते मौत की सजा पाने वाला पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल कसाब उच्च सुरक्षा वाली आर्थर रोड जेल में समय बिताने के लिए कराटे का अभ्यास करता है.
जेल के एक अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए कहा, ‘समय बिताने के लिए कसाब कसरत और कभी कभी कराटे का अभ्यास करता है. अपने उपर चौबीसों घंटे निगरानी के लिए तैनात सुरक्षाकर्मियों से भी वह अक्सर बात करता है.’ अधिकारी ने कहा, ऐसा लगता है कि उसे कराटे की किक का अच्छा अभ्यास है.
कसाब को जेल में बनी बम रोधी ‘अंडा सेल’ में रखा गया है और पुणे स्थित यरवदा जेल में उसे भेजने के लिए तैयारियां की जा रही हैं.
आर्थर रोड जेल में कसाब की सुरक्षा की समीक्षा के बाद पुलिस ने सरकार से कसाब को राज्य की सबसे बड़ी यरवदा जेल में भेजने का आग्रह किया था.
अधिकारी ने कहा कि कभी कभी कसाब बहुत ज्यादा बोलने लगता है.
अधिकारी ने कहा, ‘हालांकि सुरक्षाकर्मी उससे बातचीत करने से बचते हैं. वह सुरक्षाकर्मियों से सवाल करता है कि वे कहां से आये हैं, सुरक्षा एजेंसियों के साथ वे कितने समय से हैं आदि. आदि.’{mospagebreak} उच्च न्यायालय ने 21 फरवरी को कसाब की मौत की सजा को बरकरार रखा था. इसके साथ ही अदालत ने इस मामले के सह साजिशकर्ताओं फहीम अंसारी और सबाउद्दीन अहमद को बरी करने संबंधी महाराष्ट्र सरकार की याचिका को खारिज कर दिया था.
कसाब ने उच्चतम न्यायालय में बंबई उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ अपील दायर करने का फैसला किया था जिसने आतंकवाद रोधी अदालत द्वारा दी गयी मौत की सजा की पुष्टि की थी.