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बल्लेबाजों की सामूहिक असफलता दुखद: द्रविड़

इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में गेंदबाजों का डटकर सामना करने वाले एकमात्र भारतीय बल्लेबाज राहुल द्रविड़ ने स्वीकार किया कि उनकी टीम को बहुत बेहतर टीम ने हराया और भारत को इस सामूहिक असफलता के लिये आत्ममंथन करने की जरूरत है.

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राहुल द्रविड़
राहुल द्रविड़

इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में गेंदबाजों का डटकर सामना करने वाले एकमात्र भारतीय बल्लेबाज राहुल द्रविड़ ने स्वीकार किया कि उनकी टीम को बहुत बेहतर टीम ने हराया और भारत को इस सामूहिक असफलता के लिये आत्ममंथन करने की जरूरत है.

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द्रविड़ ने चौथे और अंतिम टेस्ट मैच के चौथे दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा, ‘यह दुखद है कि सभी खिलाड़ियों की असफलता के कारण यह दौरा काफी कड़ा रहा. लंबे समय बाद ऐसा हुआ. आम तौर पर प्रत्येक श्रृंखला में दो या तीन खिलाड़ी सफल रहते थे. किसी खिलाड़ी के लिये दौरा बुरा रहता है लेकिन ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है जबकि सभी बल्लेबाज इकाई के तौर पर नहीं खेल पाये. यह दुखद है.’

उन्होंने कहा, ‘हमें एक बेहतर टीम के सामने अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाये. हमें अपने कौशल पर गौर करने और यह देखने की जरूरत है कि इसमें कैसे सुधार किया जा सकता है.’ अपने अन्य साथियों की तुलना में द्रविड़ इस समय शानदार फार्म में हैं लेकिन उनका मानना है कि अन्य बल्लेबाजों ने भी अपनी तरफ से कम प्रयास नहीं किये.

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चार मैच में तीन शतक जमाने वाले द्रविड़ ने कहा, ‘खिलाड़ियों के प्रयास में कमी नहीं थी. लेकिन आखिर में क्रिकेट भी मानसिक खेल है. आप कैसे सकारात्मक बने रहते हो यह महत्वपूर्ण है.’ द्रविड़ ने कहा कि भारत के बल्लेबाजों की असफलता ओर इंग्लैंड की बेहतरीन गेंदबाजी से उनकी टीम ने श्रृंखला गंवायी.

उन्होंने कहा, ‘हमारे खराब प्रदर्शन के साथ कई अन्य कारणों से भी हमें हार मिली. उनकी गेंदबाजी बेहतरीन रही. उनकी गेंदबाजी काफी अनुशासित रही और उन्होंने लगातार गेंद स्विंग करायी. कभी-कभी तो 70-80 ओवर तक. विकेट आसान नहीं था और हम अपनी अच्छी फार्म में नहीं थे.’ द्रविड़ ने कहा, ‘इससे सबक लेने की जरूरत है. इंग्लैंड बहुत संतुलित और संगठित टीम है और इस समय अपनी सर्वश्रेष्ठ फार्म में है. उनके पास अच्छा कौशल और अच्छी फिटनेस है.’

रविवार को अपना 35वां टेस्ट शतक लगाने वाले द्रविड़ ने कहा, ‘बेहतरीन गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ अपनी बल्लेबाजी कौशल को दिखाने से काफी संतुष्टि मिलती है.’ द्रविड़ को गौतम गंभीर के चोटिल हो जाने के कारण भारतीय पारी की शुरुआत करनी पड़ी. उन्होंने इस बारे में कहा, ‘तीसरे दिन बारिश के कारण बीच में खेल नहीं होने से मुझे मदद मिली. मुझे लग गया था कि इंग्लैंड पारी समाप्त घोषित करेगा और मुझे पारी की शुरुआत करनी होगी.’

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द्रविड़ से जब पूछा गया कि भारत की दो पारियों के बीच केवल दस मिनट के विश्राम का समय कैसा रहा. क्या किसी ने उनकी जगह दूसरी पारी में ओपनिंग करने की पेशकश की थी. उन्होंने कहा, ‘इसको लेकर कोई बहस ही नहीं हुई. गौतम तब भी अच्छा महसूस नहीं कर रहा था और मैं जानता कि मुझे पारी की शुरुआत करनी है. मैंने थोड़े तरल पदार्थ लिये. दस मिनट का समय लंबा नहीं होता. यह आदर्श नहीं होता लेकिन कभी ऐसा भी होता है.’

द्रविड़ ने कहा, ‘यहां तक कि जब मैं बल्लेबाजी कर रहा था तब भी मैं वापसी के लिये मानसिक तौर पर तैयार था.’ द्रविड़ ने उम्मीद जतायी कि तेंदुलकर अंतिम दिन एक छोर संभाले रखकर मैच ड्रा कराने में सफल रहेंगे. उन्होंने कहा, ‘उम्मीद है कि सचिन के लिये यह बड़ा दिन होगा जिसका पूरा इंग्लैंड इन गर्मियों में इंतजार कर रहा था. यदि लक्ष्मण भी क्रीज पर होता तो हमें खुशी होती. दिन के आखिर में उसका विकेट गंवाना हमारे लिये बड़ा झटका है. यदि दो जमे हुए बल्लेबाज उतरते तो वे अंतर पैदा कर सकते थे.’

द्रविड़ ने कहा, ‘पहला सत्र वास्तव में महत्वपूर्ण होगा. जिस तरह से सचिन बल्लेबाजी कर रहा है. वह अच्छी लय में दिख रहा है. हमें उम्मीद है कि टेस्ट मैच ड्रा होगा.’ द्रविड़ ने ऑफ स्पिनर ग्रीम स्वान की भी तारीफ की और उन्हें सर्वश्रेष्ठ ऑफ स्पिनर में से एक करार दिया.

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उन्होंने कहा, ‘वह बहुत अच्छी गेंदबाजी कर रहा है. उसकी तेजी में विविधता है और वह चालाक गेंदबाज है. यह विकेट पहली बार उसे मदद कर रहा है और वह इसका फायदा उठा रहा है. मैंने जिन कुछ बेहतर ऑफ स्पिनर का सामना किया है वह उनमें से एक है.’ द्रविड़ ने कहा कि इंग्लैंड अगले साल भारतीय दौरे पर आएगा जो उसके लिये असली चुनौती होगी.

उन्होंने कहा, ‘वह हमसे घरेलू परिस्थितियों में अव्वल निकल गया. उन्हें अगले साल भारत दौरे पर आना है. तब जो भी भारतीय टीम होगी वह इस श्रृंखला की भरपायी करना चाहेगी. तब परिस्थितियां हमारे अनुकूल होंगी. हमारी परिस्थितियों में वह इंग्लैंड के लिये सबसे बड़ी चुनौती होगी.’

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