राडिया ने तो कांग्रेस को यह बताया कि द्रमुक प्रमुख करुणानिधि दूरसंचार मंत्रालय केवल राजा को ही देंगे, जबकि इसके उलट करुणानिधि ने विभागों के बंटवारे को लेकर खुली राय कायम कर रखी थी. मई 2009 के आखिरी दो हफ्तों में द्रमुक प्रमुख की बेटी कनिमोलि और राडिया ने राजा को दूरसंचार मंत्रालय दिलाने के लिए साजिश भरी चालें चलीं और कमाऊ मंत्रालय हासिल करने की बालु तथा मारन की संभावनाओं पर पानी फेर दिया. कनिमोलि ने पिता के साथ अपनी निकटता का इस्तेमाल करते हुए इसका पुख्ता इंतजाम कर दिया कि बुजुर्गवार वही देखें और सुनें, जो वे चाहती हैं.
22 मई, 2009 सुबह 10:45 बजे
राडियाः कनि, जाहिरा तौर पर उन्होंने कल यह बात आपके पिता को बता दी कि वे बालु या मारन को कोई इन्फ्रास्ट्रक्चर पोर्टफोलियो नहीं देना चाहते.
कनिमोलिः यह किसने बताया?
राडियाः जाहिर तौर पर उन्हें साफ लफ्जों में बता दिया गया.
कनिमोलिः कौन आया और किसने उन्हें बता दिया?
राडियाः जब प्रधानमंत्री ने उनसे बातचीत की.
कनिमोलिः नहीं, प्रधानमंत्री ने नहीं कहा. मैं ही तो बात कर रही थी. फोन पर मैं ही थी और प्रधानमंत्री ने कुछ बातें कहीं. समझे, प्रधानमंत्री फोन पर बात करके डैड को यह नहीं बता सकते. प्रधानमंत्री भी बहुत धीमी आवाज में बात करते हैं और डैड उसे साफ सुन भी नहीं सकते. और बातचीत इतनी लंबी नहीं हुई कि वे सारी बातें बता पाते. उन्होंने किसी और को बताया होगा. और नीरा, तुम इतना यकीनी तौर पर नहीं कह सकती कि उस व्यक्ति ने बता दिया होगा.
राडियाः ठीक है. मैं पता लगाती हूं कि उन्होंने किसे बताया. इस दिशा में इतने लोग काम कर रहे हैं, यह सब अविश्वसनीय है.
कनिमोलिः किसी वरिष्ठ व्यक्ति को यह बताना होगा. गुलाम मुझे फोन करके बता सकते हैं. और मैं जाकर डैड को बता सकती हूं. लेकिन किसी को आगे बढ़कर यह कहना होगा कि हां, यह मैंने कहा. अन्यथा इससे मेरी छवि बहुत खराब हो जाएगी.
राडियाः ठीक है. सुनो मैं आपकी मॉम (मां) से 12.30 बजे मिलने वाली हूं.
कनिमोलिः मैं यहीं हूं. मैं पास ही में हूं. मेहरबानी करके यह बात मॉम को मत बताइए. वे सब गड्डमड्ड कर देंगी और कोई बेतुकी बात कह देंगी. गुलाम से मुझसे बात करने को कहिए.{mospagebreak}
22 मई, 2009 दोपहर बाद 2:46 बजे
राडियाः दया अहमद पटेल से बात नहीं कर रहे हैं. मुझे मालूम नहीं कि दया किससे बात कर रहे हैं.
कनिमोलिः नहीं, दया शपथ ग्रहण में जा रहे हैं.
राडियाः नहीं, मैंने कांग्रेस से यही सुना है कि उन्होंने अपना नाम दिया है.
कनिमोलिः मुझे मालूम नहीं है. उन्हें तो मेरे साथ लौट आना था.
राडियाः हां.
कनिमोलिः सो, वे सिर्फ यह कहने जा रहे हैं कि भले ही लीडर चाहे जो कहें...
राडियाः हां, इसके बारे में आपके डैड को बता दिया जाना चाहिए न...
कनिमोलिः वे आएंगे और कुछ बेवकूफी भरी अनापशनाप कहानी सुना देंगे.
राडियाः नहीं, वे ऐसा नहीं करेंगे.
कनिमोलिः वे कहेंगे, अहमद पटेल...नहीं, वे कहेंगे अहमद पटेल ने कहा. वे कहेंगे कि आप आइए क्योंकि आप ही द्रमुक की इकलौती प्रतिनिधि हैं.
राडियाः अपने डैड से मारन को यह कहने के लिए कहिए कि मैंने अब केवल राजा को जाने के लिए अधिकृत किया है.
कनिमोलिः अब मुझे डैड को फोन करना होगा और अभी बताना होगा...
राडियाः मुझे मालूम है कि आप इससे ऊब गई हैं, लेकिन अभी तो यह आगाज है.
कनिमोलिः हां, हां.
राडियाः राजनीति, माइ डियर (हंसती हैं)...
कनिमोलिः आप दूसरे लोगों के साथ राजनीति करने से हिचकती नहीं हैं...
राडियाः मुझे मालूम है कि आप उनसे (मारन से) नाराज हैं. मेरा मतलब है, उन्हें छोड़ दीजिए और नजरअंदाज कर दीजिए. वे जल्दी ही महत्वहीन हो जाएंगे.
कनिमोलिः नहीं, ऐसा नहीं है कि मैं स्वस्थ प्रतिस्पर्धा नहीं चाहती. लेकिन अगर कोई अपनी ही पार्टी के खिलाफ जा रहा हो और लीडर...
राडियाः हां, लेकिन आपके पिता को यह समझ्ना होगा. वे समझ नहीं रहे हैं.
कनिमोलिः मैं उन्हें कैसे समझाऊं?
राडियाः उन्हें समझने कौन जा रहा है? उन्हें कोई समझ नहीं सकता; वे आपको छोड़कर किसी की बात नहीं सुनेंगे. बाकी सारे लोग उनके पास जाकर उन्हें यह बताने से डरते हैं. आप उनकी बेटी हैं, सो वे आपकी बात सुन सकते हैं. आपको अपनी पोजिशन का इस्तेमाल करना होगा, अगर आप पार्टी को बचाना चाहती हैं तो आपको ऐसा करना ही होगा.
कनिमोलिः हां, मैं अपनी तरफ से हर मुमकिन कोशिश करूंगी.{mospagebreak}
22 मई को जब कनिमोलि ने राडिया से बात की तब वे चिंतित लग रही थीं कि कांग्रेस राजा के भ्रष्टाचार के बारे में करुणानिधि से शिकायत कर सकती है. कनिमोलि ने कहा कि अगर कांग्रेस ने एक वाक्य भी इस बारे में कहा तो द्रमुक प्रमुख मारन के पक्ष में फैसला कर सकते हैं.
22 मई, 2009 शाम 8:41 बजे
कनिमोलिः उन्होंने (कांग्रेस ने) हमें पहले ही बता दिया है कि वे हमें दूरसंचार देंगे. अब यह उन्हें (मारन को) नहीं मिलना चाहिए क्योंकि वे यह कहानियां सार्वजनिक करते फिर रहे हैं कि...
राडियाः जब आप फ्लाइट में थीं तब वे सारे चैनलों पर प्लांट कर रहे थे.
कनिमोलिः मुझे मालूम है.
राडियाः मैंने राजा से बात की. मैंने चेन्नै में भी बात की. मुझे रिपोर्ट मिली कि क्या हुआ था. मैंने चैनलों को बताया कि कोई सौदा नहीं हुआ है. जनार्दन द्विवेदी वह शख्स है जिसने बयान दिया है कि द्रमुक के साथ सब कुछ तय हो गया है, हमें चेन्नै जाने की कोई जरूरत नहीं है.
कनिमोलिः हां.
राडियाः फिर चैनलों ने प्रधानमंत्री से पूछा...
कनिमोलिः वह मुझे मालूम है...मैं यह नहीं कह रही हूं कि...मैं सिर्फ यह कह रही हूं कि सतर्क रहो क्योंकि वे (मारन) कांग्रेस के किसी व्यक्ति से डैड के पास राजा की शिकायत पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं.
राडियाः पीएम ने अब बयान दे दिया है.
कनिमोलिः पीएम नहीं. जब वे लोग डैड से मिलने पहुंचेंगे...
राडियाः लेकिन कनि, पीएम ने अभी-अभी बयान दिया है कि मुझे राजा और बालु से कोई परेशानी नहीं है. वे मेरे सम्माननीय सहयोगी हैं.
कनिमोलिः वे बयान दे सकते हैं लेकिन डैड से मिलकर बात करने जो भी आए उसे कोई और बात नहीं करनी चाहिए, क्योंकि लोगों की कथनी और करनी में बड़ा फर्क होता है. और हम सब जानते हैं कि राजनीति में आप किसी को हमेशा अपना दोस्त कह सकती हैं और फिर आकर बातचीत में यह भी कह सकती हैं कि देखो जी, मैं इस व्यक्ति को नहीं चाहता. यह लोगों को दिखाने के लिए होता है; वे काफी चीजें करते हैं. मैं सिर्फ यह कह रही हूं कि यह निश्चित करो कि जो भी बात करने के लिए आ रहा है वह इस व्यक्ति (राजा) के खिलाफ न बात करे क्योंकि मुझे दूसरे सूत्र से पता चला है कि वे ऐसा कर सकते हैं.
राडियाः मैंने राजा से भी बात की.
कनिमोलिः राजा ऐसे व्यक्ति हैं जो हर बात में कहते हैं कि कोई परेशानी नहीं है...सब कुछ ठीक है.
राडियाः हां, हां. मुझे नहीं लगता कि कांग्रेस इस पर बातचीत करने की सोच रही है कि कौन-सा पोर्टफोलियो दिया जाना चाहिए. वे आपके पिता से बात करने वाले हैं...
कनिमोलिः यह सब ठीक है. उन्हें आकर ऐसा कुछ नहीं कहना चाहिए क्योंकि मुझे पक्का यकीन है कि वे आएंगे और बालु के खिलाफ कुछ कहेंगे. वे राजा के खिलाफ भी बोलेंगे. उनके खिलाफ एक वाक्य कहने से ही यह शख्स (मारन) आगे निकल जाएगा. दरअसल, उन्हें कहना चाहिए कि हम इसे, राजा को देकर खुश हैं क्योंकि उन्होंने अच्छा काम किया और इसी तरह की बातें. तब यह उनके पक्ष में कारगर होगा. अगर वे ऐसा नहीं भी करते हैं तो भी ठीक है लेकिन अगर उन्होंने उनकी शिकायत की, यहां तक उनके खिलाफ एक शब्द भी बोला, तो आप जानती हैं...{mospagebreak}
राडिया द्रमुक और कांग्रेस के बीच होने वाली बातचीत में शामिल थीं. जब बालू और मारन ने कांग्रेस से अलग समझैता शुरू किया तब राडिया ने कनिमोलि को द्रमुक की इकलौती प्रतिनिधि के रूप में पेश किया.
22 मई, 2009 रात 10:41 बजे
राडियाः कनि, कांग्रेस से मुझे एक जानकारी मिली है. यह अहमद पटेल की तरफ से है, ठीक है...उनका कहना है कि हमें इस बात का एहसास है कि द्रमुक के भीतर की समस्या एक आंतरिक समस्या है. यह उस परिवार की समस्या है; यह उनके लोगों के बीच की ही परेशानी है. उन्होंने हमें पांच लोगों की सूची दी है. यह हमें स्वीकार्य नहीं है...
कनिमोलिः हां.
राडियाः इसे कम करना उनके ऊपर है. हमने उनसे कहा है कि हम और बेहतर क्या कर सकते हैं.
कनिमोलिः तीन और चार...
राडियाः देखिए, हमें इस बात का एहसास है कि वार्ता टूट गई है लेकिन हमें उनके पास नहीं जाना चाहिए क्योंकि हमने उन्हें अपना अंतिम प्रस्ताव दे दिया है. जहां तक हमारा संबंध है तो मारन गुलाम नबी आजाद को हर आधे घंटे पर फोन करके हर तरह की मांग कर रहे हैं. और उन्होंने उनसे साफ बता दिया है कि आपको हमसे बात करने से कुछ नहीं मिलने वाला है, हमें करुणानिधि की जरूरत है. क्या वे सोनिया गांधी से मिलना चाहते हैं...दरअसल हमसे बात करने की पहल द्रमुक को करनी चाहिए. जब तक करुणानिधि हमसे बात करने के लिए आपको औपचारिक रूप से अधिकृत नहीं करेंगे तब तक हम आपको फोन करने या आपसे बात करने नहीं जा रहे हैं. तब हम आपसे बात करेंगे लेकिन हमें हर आधे घंटे में फोन करके हमारे सामने मांग रखने का कोई मतलब नहीं है. वे सोनिया गांधी से मिले ही नहीं हैं.
कनिमोलिः लेकिन उन्होंने क्या मांगें रखी हैं?
राडियाः वे यही मांग कर रहे हैं कि आप हमें पांच विभाग दीजिए अन्यथा हम सरकार में शामिल नहीं होंगे... या कम से कम चार दीजिए और उन्होंने भूतल परिवहन विभाग की मांग की है और दूरसंचार विभाग की मांग की है, उन्होंने रेलवे की मांग की है. वैसे, उन्होंने कोयला और खानों की भी मांग की है. सो, वे कह रहे हैं कि जहां तक हमारा संबंध है, हम मानते हैं कि यह द्रमुक की आंतरिक समस्या है और द्रमुक परिवार की समस्या है. इसका कांग्रेस से कोई सरोकार नहीं है. कांग्रेस ने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है. लिहाजा, नेतृत्व को फैसला करना है, इसी वजह से उन्होंने आपको फोन नहीं किया है. वे सभी शपथ ग्रहण शुरू होने से पहले मुलाकात का इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने फैसला कर लिया है कि इस बारे में करुणानिधि ही फैसला करेंगे कि वे इस फॉर्मूले में किसे चाहते हैं, किसे नहीं चाहते हैं. फॉर्मूला उन्हें दे दिया गया है. अब बारी उनकी है कि वे उनसे संपर्क करके उन्हें अपनी मर्जी बता दें. अगर वे यह बातचीत करने के लिए आपको या किसी एक्स या वाइ को नामांकित करते हैं तो यह फैसला करुणानिधि को करना है. लेकिन उन्हें लगता है कि हर आधे घंटे पर दयानिधि मारन समेत कई लोग फोन कर रहे हैं.
कनिमोलिः और कौन फोन कर रहा है? मैंने तो फोन नहीं किया.
राडियाः नहीं, आप नहीं. शायद बालु कर रहे होंगे. उन्होंने संकेत दिया कि यहां तक कि बालु भी चेन्नै से फोन कर रहे हैं और उन्होंने एक और संकेत दिया-उन्होंने कहा कि आज शाम 7 बजे एक खबर थी जिसमें कहा गया कि मारन को दूरसंचार इत्यादि मिल गया. उस खबर के बारे में टाइम्स नाउ से पूछताछ की गई तो पता चला कि सन टीवी ने खबर दी है. लिहाजा, यह आंतरिक समस्या है, इसके लिए हमें जिम्मेदार ठहराने का कोई मतलब नहीं है.
कनिमोलिः सिर्फ एक बात यह है कि वे केवल उनकी ओर से पहल चाहते हैं क्योंकि लीडर वास्तव में सारी बातों में कोई तारतम्यता न होने से दुखी हैं. इसकी शुरुआत करने के लिए उस तरफ से किसी को आना चाहिए. मैं भी संदेश देने की कोशिश करूंगी.
राडियाः उन्हें बताइए कि यह अहमद पटेल की तरफ से आया है. आप उन्हें बहुत साफ-साफ तरीके से बता सकती हैं कि यह संदेश उनकी ओर से आया है. आप उन्हें बताइए कि मारन हर आधे घंटे पर उन्हें फोन कर रहे हैं. उन्हें उनसे आज यह बताने की जरूरत है कि हम उन्हें नहीं पहचानते. आपके नेता हमसे संपर्क करें. वे 3 या 4 के फॉर्मूले को अपनाएंगे. मैं उनसे बात करके जिद के बारे में बताऊंगी और देखूंगी कि इसका कोई रास्ता निकल सकता है कि नहीं. लेकिन मुझे लगता है कि आपको यह संदेश डैड को दे देना चाहिए.
कनिमोलिः मैं संदेश दे दूंगी.{mospagebreak}
23 मई, 2009 सुबह 9:59 बजे
कनिमोलिः हमने सिर्फ यह मांग की है कि राजा को टेलीकॉम विभाग दिया जाए. अगर उन्हें (कांग्रेस को) कोई समस्या होती तो वे हमें वह (दूरसंचार) नहीं देते.
राडियाः उन्होंने भी यही कहा. वह इन्फ्रास्ट्रक्चर दूरसंचार है. हमें इससे कोई दिक्कत नहीं है. लेकिन उन्होंने (मारन ने) क्या किया है, वे कह रहे हैं कि चूंकि राजा और बालू का स्वागत नहीं है लिहाजा मैं ही दूरसंचार के लिए फिट हूं क्योंकि वे श्रम या उर्वरक एवं रसायन नहीं चाहते.
कनिमोलिः नीरा, उन्हें (कांग्रेस को) बता दीजिए कि वास्तव में वे ही आधी समस्याएं पैदा कर रहे हैं.
राडियाः मैंने यह बता दिया है. इस सुबह मेरे सारे संदेश सबके पास तक पहुंच गए कि वे ही हैं और अलगिरी के सारे मामले को भी बता दिया कि उन्हें समझना चाहिए कि वे (अलगिरी) एक जन नेता हैं.
कनिमोलिः हम उनके समर्थकों को नाराज नहीं करना चाहते.
इसके बाद कनिमोलि और राडिया ने सन टीवी की साख और केबल टीवी वितरण के क्षेत्र में मारन बंधुओं के एकाधिकार को तोड़ने की जरूरत के बारे में बातचीत की. 24 मई की सुबह कनिमोलि राडिया से यह जानने को बेताब थीं कि उन्हें कौन-सा मंत्रालय मिलेगा.
कनिमोलिः मैं सिर्फ यह जानना चाहती हूं कि वे मुझे क्या देने की सोच रहे हैं?
राडियाः मैंने उन्हें पिछली रात बताया था, हमारी बात होने के बाद मैंने फोन किया था और कहा कि... स्वास्थ्य विभाग के बारे में सोचिए. लेकिन आप उन्हें (कनिमोलि को) पर्यावरण और वन दे दीजिए. अगर स्वास्थ्य का स्वतंत्र प्रभार नहीं है तो उड्डयन पर विचार कीजिए. उन्होंने कहा कि वे इस संदेश को आगे बढ़ा देंगे.
कनिमोलिः क्या पर्यटन भी काम का नहीं है?
राडियाः उसका स्वतंत्र प्रभार आपको नहीं दे सकते. गुलाम नबी कुछ और भी चाहते हैं क्योंकि उन्हें केवल संसदीय मामलों का विभाग मिला है.
कनिमोलिः कोई और?
राडियाः आपने उन्हें क्या बताया?
कनिमोलिः मैंने सिर्फ पर्यावरण, स्वास्थ्य और पर्यटन बताया और उन्होंने संस्कृति भी जोड़ दिया. उन्होंने कहा कि वे देखेंगे.
राडियाः हूं...
कनिमोलिः हम पर्यावरण मांगेंगे. लेकिन क्या स्वास्थ्य नहीं देंगे?
राडियाः स्वास्थ्य, मुझे लगता है कि उन्होंने पहले ही दे दिया है.
कनिमोलिः पर्यावरण उन्होंने नहीं दिया?
राडियाः स्वतंत्र प्रभार? हां. आपने आज सुबह एक सूची दी है? आपने उसमें उड्डयन नहीं रखा?
कनिमोलिः उड्डयन, नहीं. लेकिन अगर वे उड्डयन सुझाएंगे तो मैं ले लूंगी.