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पोस्को का भाग्य तय करने में आदिवासी महिला निभा सकती है अहम भूमिका

उड़ीसा में जगतसिंहपुर की एक निरक्षर आदिवासी महिला 51 हजार करोड़ रूपए की पोस्को इस्पात संयंत्र परियोजना के भाग्य निर्धारण में बहुत ही अहम भूमिका निभाने जा रही है.

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उड़ीसा में जगतसिंहपुर की एक निरक्षर आदिवासी महिला 51 हजार करोड़ रूपए की पोस्को इस्पात संयंत्र परियोजना के भाग्य निर्धारण में बहुत ही अहम भूमिका निभाने जा रही है. इसे देश का सबसे बड़ा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश माना जा रहा है.

मीना गुप्ता पैनल ने 18 अक्तूबर को पर्यावरण एवं वन मंत्रालय को सौंपी अपनी रिपोर्ट में कहा था कि सात आदिवासी परिवारों के मकान इस परियोजना क्षेत्र के लिए चिह्नित किए गए हैं जिसके बाद मीना हेम्ब्रम और 20 अन्य की भूमिका चर्चा में आ गयी है.

मीना हेम्ब्रम गडा कुजांग ग्राम पंचायत के अंतर्गत पोलांग गांव की वार्ड सदस्य है. यह ग्राम पंचायत पारादीप के समीप पोस्को की प्रस्तावित संयंत्र के अंतर्गत आ रहा है.

पर्यावरण एवं वन मंत्रालय की वन सलाहकार समिति ने प्रस्तावित संयंत्र स्थल गांवों में कथित वन अधिकार अधिनियम के उल्लंघन के बारे में निर्णय लेने के लिए इस मामले को जनजातीय कार्य मंत्रालय को सौंप दिया है.

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प्रस्तावित परियोजना स्थल क्षेत्र में आदिवासी परिवारों के अस्तिव का दावा राज्य सरकार के समक्ष एक बहुत बड़ा बाधक बनकर सामने आया है जिसने 25 अक्तूबर को वन सलाहकार समिति की बैठक में इसका जोरदार विरोध किया था.

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