श्रीनगर के लाल चौक पर प्रस्तावित तिरंगा फहराने पर अड़ी भाजपा ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर अलगाववादियों के समक्ष घुटना टेकने और अफरातफरी भरा अनुपयुक्त बयान देने का आरोप लगाया.
राष्ट्र ध्वज फहराने के संबंध में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के शनिवार के बयान की निंदा करते हुए भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि तिरंगा फहराने के इच्छुक लोग अलगाववादियों को चुनौती दे रहे हैं, जबकि प्रदेश सरकार ने अलगाव फैलाने वालों के समाने आत्मसमर्पण कर दिया है.
आडवाणी ने उम्मीद जतायी कि प्रधानमंत्री भाजपा युवा मोर्चा की इस भावना को समझेंगे कि वह कोई राजनीतिक फायदा उठाने का प्रयास नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार घुटने टेकने का काम कर रही है.
आडवाणी ने कहा, ‘जम्मू कश्मीर की सरकार ने आधिकारिक तौर पर घोषणा की कि वह भाजपा को तिरंगा फहराने की अनुमति नहीं देगी क्योंकि इस कार्यक्रम से प्रदेश का शांतिपूर्ण वातावरण खराब होगा.’ उन्होंने कहा कि अगर सरकार को कोई कदम उठना है तो उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए जिन्होंने तिरंगा फहराने नहीं देने की बात कही है, उनके खिलाफ नहीं जो शांतिपूर्ण ढंग से राष्ट्र ध्वज फहराना चाहते हैं.{mospagebreak}
आडवाणी का बयान प्रधानमंत्री की उस टिप्पणी के बाद सामने आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि लोगों को गणतंत्र दिवस जैसे अवसर का राजनीतिक फायदा नहीं उठाना चाहिए तथा जम्मू कश्मीर जैसे संवदेनशील राज्य पर अधिकतम संयम का परिचय देना चाहिए.
गौरतलब है कि आलगाववादियों ने कहा है कि लालचौक पर भाजपा को तिरंगा नहीं फहराने दिया जायेगा.
राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरूण जेटली ने कहा, ‘सरकार ने भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के सदस्यों को गिरफ्तार किया है. उन्होंने यात्रा को जम्मू कश्मीर में प्रवेश करने से रोकने के लिए राज्य के सभी प्रवेश मार्गो को सील कर दिया है. यह अलोकतांत्रिक और अस्वीकार्य है.’ उन्होंने कहा कि ऐसा करना अलगाववादियों के समक्ष आत्मसमर्पण करने जैसा है . पार्टी कार्यकर्ता पहले ही 11 राज्यों की यात्रा कर चुके हैं और जम्मू कश्मीर में ध्वजारोहण करेंगे.
आडवाणी ने अपने ब्लॉग पर लिखा है, ‘भाजपा की युवा शाखा श्रीनगर के लाल चौक पर गणतंत्र दिवस के दिन तिरंगा फहराने के लिए कोलकाता से श्रीनगर की तिरंगा यात्रा निकाल रही है.
भाजपा नेता ने लिखा, ‘मैंने फ्री प्रेस, मुंबई में इस कार्यक्रम से जुड़ी एक खबर देखी, जिसका शीर्षक था, ‘लाल चौक हरा हो सकता है, भगवा नहीं’, इसके साथ पिछले साल ईद पर लाल चौक पर पाकिस्तान का झंडा फहराते हुए एक तस्वीर छपी थी.’