तृणमूल कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार से समर्थन वापस ले लिया है. तृणमूल ने शुक्रवार को समर्थन वापसी का पत्र राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को सौंपा. इस पूरे घटनाक्रम के बाद एक नजर में देखें किसने क्या कहा...
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, टीएमसी के मंत्रियों के इस्तीफे से दुखी हूं.
आरजेडी प्रमुख लालू यादव की नजर में तीसरे मोर्चे का कोई अस्तित्व नही है. लालू ने कहा है कि तीसरा मोर्चा दफ्तर को लेकर अलग होता रहा है और वो इसके साक्षी रहे है. उनका कहना है देश में दो ही धडा है धर्मनिरपेक्ष और साम्प्रदायिक इन्ही के बीच देश की राजनीति चलती रहे ही.
केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा, सरकार बहुमत में है.
एनसीपी नेता डीपी त्रिपाठी ने कहा, एनसीपी के सामने सभी विकल्प खुले हैं.
टीएमसी सांसद मुकुल रॉय ने कहा, एफडीआई पर संसद में वोटिंग हो.
बीजेपी प्रवक्ता शहनवाज हुसैन ने कहा, बहुब्रांड खुदरा में एफडीआई की अधिसूचना जारी होने के बाद से सरकार की उलटी गिनती शुरू हो गई है.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर निशाना साधते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भारतीय लोकतंत्र की परिभाषा को बदलकर ‘विदेशियों का, विदेशियों के द्वारा और विदेशियों के लिए’ कर दिया है.
समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने कहा कि उनकी पार्टी साम्प्रदायिक ताकतों को बाहर रखने के लिए केंद्र की यूपीए सरकार को समर्थन जारी रखेगी.
केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा, तृणमूल के 19 सांसदों के बाहर हो जाने के बाद भी सरकार के पास 545 सदस्यीय लोकसभा में बहुमत के लिए आवश्यक संख्या है.
संसदीय कार्य मंत्री पवन कुमार बंसल ने कहा, हमारे पास पर्याप्त संख्या है.
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अम्बिका सोनी ने कहा, यूपीए के पास 300 से अधिक सांसदों का समर्थन है.